कुकरैल रिवरफ्रंट के इलाकों पर नहीं चलेगा बुलडोजर, सीएम योगी का बड़ा फैसला, अधिकारीयों पर कार्यवाही?

Kukrail Riverfront Demolition: सीएम योगी आदित्यनाथ ने पंतनगर के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाए जाने पर रोक की बात कही। दरअसल, मुख्यमंत्री कार्यालय से सोमवार की शाम एक ट्वीट हुआ था, इसके बाद से इलाके में खुशी की लहर थी।

राजधानी लखनऊ में अतिक्रमण हटाओ अभियान पर रोक लगा दी गई है। कुकरैल नदी के किनारे रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के नाम पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा था। इस क्रम में पांच मोहल्ले में घरों पर लाल निशान लगाया गया था। लाल निशान लगाए जाने के बाद से लगातार लोगों का गुस्सा भड़का हुआ है। वह अपने घरों के आगे धरना प्रदर्शन कर रहे थे। योगी सरकार से लगातार मांग की जा रही थी कि अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर उनके घरों को न तोड़ा जाए। वे अपने रजिस्ट्री के कागजों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे और जमीन पर अपना मलिक आना हक जाता रहे थे।

मुख्यमंत्री योगी का बड़ा आदेश-

अब इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कर दिया है कि आक्रमण हटाओ अभियान पर रोक लगेगी। पंतनगर में अब बुलडोजर नहीं चलेगा। इंद्रप्रस्थ नगर में अब एक्शन नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने इस बात का भरोसा दिया है कि हमसे हमने बुलडोजर एक्शन पर रोक के आदेश जारी किए हैं। प्रभावित परिवारों से मुलाकात के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है।

प्रदेश में बुलडोजर पर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। पिछले कुछ दिनों से कुकरैल नदी के किनारे रहने वाले लोगों में डर का माहौल था, क्योंकि लखनऊ विकास प्राधिकरण, सिंचाई विभाग की संयुक्त टीमों ने वहां बने घरों पर लाल निशान लगा दिए थे। मंगलवार को इस मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। दरअसल, स्थानीय लोगों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इसके बाद यह साफ हो गया कि अब रहीमनगर, पंतनगर, अबरारनगर, खुर्रमनगर और इंद्रप्रस्थनगर के मकान नहीं तोड़े जायेंगे।

सीएम योगी ने प्रभावित परिवारों से बातचीत के दौरान कहा कि रिवर बेड विकसित करने में यदि कोई निजी भूमि पर बना भवन निर्माण आता है और वह किसी निजी व्यक्ति का है, उसे नियमानुसार समुचित मुआवजा देकर ही अधिग्रहित किया जाएगा। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद लोगों ने ‘योगी हैं तो यकीन है’ के नारे भी लगाए।

अधिकारीयों पर कार्यवाही होगी?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की मुलाकात के बाद लोगों ने कहा कि सीएम योगी ने साफ शब्दों में कहा है कि जिन अधिकारियों या लोगों ने इस तरह से निशान लगाया गया और ध्वस्तीकरण का नैरेटिव सेट किया गया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मोहम्मद सलीम ने कहा कि सीएम ने इस बात का भी जिक्र किया है कि अगर कोई भी अधिकारी कुकरैल नदी के आसपास रहने वाले लोगों को परेशान करता है तो इस संबंध में वह उन्हें सूचित करें। इससे कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

चल चुका है अकबरनगर में बुलडोजर

अकबरनगर में बुलडोजर एक्शन हो चुका है। वहीं, अबरारनगर, पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर और रहीमनगर को मिलाकर करीब 2 हजार से ज्यादा मकानों को चिह्नित किया गया था। इससे के बाद वहां के रहने वाले लोगों ने सीएम योगी से अपील की थी कि उनके घर वैध हैं इसलिए उन्हें न तोड़ा जाए। वहीं, लखनऊ विकास प्राधिकरण और सिंचाई विभाग का कहना था कि ये मकान ग्रीन बेल्ट पर बने हुए हैं। ऐसे में यहां किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता था। वहीं इससे पहले कुकरैल के पास मौजूद अकबरनगर में हुई बुलडोज़र कार्यवाही में लगभग 1800 मकानों को सरकार द्वारा अवैध बताकर गिराया जा चूका है।

इलाकों में नहीं गई कोई टीम
नोटिस मिलने के बाद कई लोग घरों की रजिस्ट्री के साथ विरोध कर रहे थे। उनके सवालों से भी अफसर असहज हो रहे थे। सोमवार को एलडीए, सिंचाई विभाग व प्रशासन की टीम भी इन इलाकों में नहीं गई। वहीं, चर्चा है कि सोमवार शाम को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में कुकरैल रिवरफ्रंट की जद में आए मकानों के मसले पर चर्चा भी हुई थी। हालांकि, शासन और प्रशासन के स्तर से खबर लिखे जाने तक इस बात की पुष्टि नहीं हो की पाई कि ध्वस्तीकरण पर रोक लगाई गई है या नहीं।

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