Bihar: बीजेपी के आंतरिक अनुशासन की तेजस्वी ने खोली कलई, JDU का फ्लोर टेस्ट आज

Bihar Politics: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार कुछ ही देर में विधानसभा में विश्वासत हासिल करेगी। एनडीए के नेता कह रहे हैं कि उनके पास बहुमत का आंकड़ा है और आज विधानसभा में महागठबंधन के अरमान और सरकार बनाने के सपने मिटटी में मिल जाएंगे।

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बिहार में मुख्यमंत्री के रूप में नौवीं बार शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार और उनकी सरकार के लिए आज अग्निपरीक्षा का दिन है। विधानसभा में आज नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है। इस टेस्ट से पहले राज्य में सियासी लड़ाई जोर हो चली है। आरजेडी और लेफ्ट के विधायक तेजस्वी यादव के आवास में डेरा डाले हुए हैं तो बीजेपी, जेडीयू और कांग्रेस के विधायक होटलों में जमे हुए हैं। यह सभी विधायक सीधे विधानसभा पहुंचेंगे।

इस दौरान नीतीश कुमार का बॉडी लैंग्वेज काफी पॉजिटिव दिखा. नीतीश कुमार विधानसभा में पहुंचे तो काफी सहज दिखे. सीएम के चेहरे पर जहां मुस्कान दिखी तो वहीं उन्होंने दो बार हाथ हिलाकर पत्रकारों का अभिवादन किया. हालांकि उनके साथ मौजूद रहे कुछ मंत्री और जदयू के विधायकों ने विक्ट्री साइन भी दिखाया लेकिन नीतीश कुमार ने हाथ हिलाकर पत्रकारों का अभिवादन किया और इसके बाद वो विधानसभा में प्रवेश किये.

प्रशिक्षण के बहाने हो रही विधायकों की बाड़ेबंदी

उधर भाजपा के आंतरिक अनुशासन की भी कलई तेजस्वी यादव ने खोल दी। प्रशिक्षण के बहाने ही सही पर भाजपा ने भी अपने विधायकों की बाड़ेबंदी की। बावजूद तेजस्वी यादव के खेला का प्रभाव दिखा। इस प्रशिक्षण से भी तीन विधायकों ने खुद को अलग रखा और अपने नेतृत्व से दूरी बनाए रखी। इनमे रश्मि वर्मा, मिश्री लाल यादव और विनय बिहारी शामिल है।

खाली हाथ नहीं रहे तेजस्वी!

ऐसा नहीं कि तेजस्वी यादव के खेला का असर नहीं दिखा। भले वो तख्ता पलट के मैजिक नंबर से फिलहाल दूर नजर आ रहे, लेकिन नीतीश कुमार के साथ साथ भाजपा शीर्ष नेतृत्व के बनाए चक्रव्यूह को भेद अपनी राजनीतिक कद को बढ़ा तो लिया ही है। जेडीयू को ही लें तो तेजस्वी की रणनीति के आगे नीतीश कुमार का दंभ भी जाता रहा। ये चाहे श्रवण कुमार का भोज हो या विजय चौधरी के यहां हुई विधायकों की बैठक। इन दोनों स्थानों पर विधायकों ने नीतीश कुमार के दंभ को तोड़ डाला। पहले नीतीश कुमार विधायकों के आने के बाद आते थे। मगर इस बार नीतीश कुमार को आपने विधायकों के आने की राह देखनी पड़ी। फिर भी अंततः 3 विधायकों ने बैठक से खुद को अलग रखा और अपने फोन को भी बंद रखा। इनमे बीमा भारती, सुदर्शन कुमार और दिलीप राय शामिल हैं।

बहुमत परीक्षण से पहले विधायकों के टूटने की आशंका

नीतीश सरकार के बहुमत परीक्षण से पहले विधायकों में टूट की आशंका है। JDU के कुछ विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
इस बीच JDU के एक विधायक डॉ संजीव कुमार को नवादा पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है।
भाजपा ने अपने 3 ‘गायब’ विधायकों में से 2 विधायकों से संपर्क साध लिया गया है, जबकि एक विधायक अभी भी संपर्क से बाहर है।
दूसरी ओर RJD के 2 विधायक भी संपर्क से बाहर हैं।

RJD ने पुलिस घेराबंदी पर साधा निशाना

RJD ने नीतीश सरकार के बहुमत परीक्षण से पहले तेजस्वी यादव के आवास की पुलिस घेराबंदी पर निशाना साधा।
पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह ने कहा, “विधायकों की बैठक में 2 बार मजिस्ट्रेट के साथ अधिकारी आए। लोकतंत्र के इतिहास में आपने किसी राज्य में विधायकों की बैठक में अधिकारियों को आते हुए नहीं देखा होगा। बीते 2 दिनों से भाजपा भी अपने विधायकों को बस में बंद करके ला रही है।”

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