पं. रवि शंकर का जन्मदिवस: ये हैं वो सात महिलाएं, जो बनीं जीवन की सात सरगम

Pt. Ravi Shankar

शास्त्रीय संगीत और सितार वादक पंडित रवि शंकर एक दूसरे के पर्याय कहे जा सकते हैं। आज पंडित रविशंकर का जन्मदिवस है 7 अप्रैल 1920 को वाराणसी में जन्में पं. रविशंकर 7 भाइयों में सबसे छोटे थे।  

शुरुआत में डांस की तरफ झुकाव रखने वाले पंडित रविशंकर ने 18 साल की उम्र में सितार सीखना शुरू किया और देश- विदेश में अपनी एक अमिट पहचान बना ली।

भारत रत्न से सम्मानित पंडित रविशंकर (मृत्यु-11 दिसंबर 2012) भले ही आज हमारे बीच न हों, लेकिन उनके सितारों के सुरों से आज भी आनंद की अनुभूति की जा सकती है।

अपनी लय, सुर और सरगम के लिए मशहूर पंडित रविशंकर के जीवन में यूं तो कई लोगों की अपनी अलग अहमियत रही, लेकिन उनके जीवन में सात महिलाएं ऐसी थी जो उनके लिए सात सरगम के बराबर थी।

आज जानते हैं उनके जीवन की इन सात सरगम रूपी महिलाओं के बारे में-

हेमांगिनी देवी (मां)

हर व्यक्ति के जीवन में मां एक अहम भूमिका निभाती हैं। पंडित रविशंकर के जीवन में भी उनकी मां ने एक विशेष भूमिका निभाई थी। उनके जीवन में पहली सरगम बनीं रविशंकर की मां हेमांगिनी देवी।

रविशंकर के पिता श्याम शंकर झालवाड़ राज्य के दीवान थे और उनकी मां हेमांगिनी देवी एक गृहिणी थीं। कुछ समय बाद दीवान श्याम शंकर लंदन जाकर वकालत करने लगे और वहीं दूसरी शादी भी कर ली।

इसके बाद रविशंकर की परवरिश उनकी मां ने अकेले ही की। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि रविशंकर को उनके जीवन में सभी संस्कार अपनी मां से ही मिले।

अन्नपूर्णा देवी (पहली पत्नी)

उस्ताद अलाउद्दीन खां से सितार सीखने पंडितजी मैहर गए। यहीं से सितार और पं. रविशंकर एक-दूसरे के पर्याय बन गए। इसके बाद उनके जीवन में दूसरी सरगम बनकर आईं उनकी पहली पत्नी अन्नपूर्णा देवी।

पहली पत्नी अन्नपूर्णा देवी के साथ रविशंकर

पंडितजी ने अपने गुरु की बेटी अन्नपूर्णा देवी से साल 1941 में शादी की। इस शादी से दोनों का एक बेटा भी हुआ, जो अब इस दुनिया में नहीं है। करीब 20 साल साथ रहने के बाद वे अन्नपूर्णा से अलग हो गए।

कमला देवी (पहली प्रेमिका)

अपनी पहली पत्नी के अलग हुए रविशंकर के जीवन की तीसरी सरगम बनीं क्लासिकल डांसर कमला देवी। नृत्यांगना कमला देवी के संपर्क में आए रविशंकर काफी समय तक उनके साथ लिव-इन-रिलेशन में रहे। हालांकि, बाद में कमला देवी के साथ उनके सारे संबंध टूट गए।

सू जोन्स (दूसरी प्रेमिका)

कमला देवी के बाद रविशंकर के जीवन की चौथी सरगम बनीं सू जोन्स। पंडितजी कमला देवी से अलग होने के बाद न्यूयॉर्क की कॉन्सर्ट प्रोड्यूसर सू जोन्स के संपर्क में आए। लिव-इन-रिलेशन में रहने के दौरान सू ने 1979 में एक बेटी नोराह जोन्स को जन्म दिया। उनकी बेटी नोराह भी गायिका और सितार वादक हैं।

सुकन्या राजन (दूसरी पत्नी)

सू जोन्स से अलग होने के बाद 1981 में रवि शंकर, सुकन्या राजन के संपर्क में आए, जो उनकी जीवन में पांचवीं सरगम बनीं। इस दौरान साथ रहते हुए सुकन्या ने बेटी अनुष्का को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद दोनों ने 1989 में शादी की।

सुकन्या राजन के साथ पंडित रविशंकर

अनुष्का शंकर और नोराह जोन्स (बेटियां)

पंडित रविशंकर के जीवन में उनके सात सरगम को पूरा किया उनकी बेटियों अनुष्का शंकर और नोराह जोन्स ने। पंडितजी की दोनों बेटियां आज उनकी गैर मौजूदगी में भी संगीत विरासत को आगे बढ़ा रही हैं।

अनुष्का शंकर और नोराह जोन्स

नोराह जोन्स जहां अमेरिका में आज एक प्रसिद्ध गायिका हैं तो वहीं बेटी अनुष्का भी संगीत की दुनिया में जाना- पहचाना नाम है। पंडितजी ने अपना आखिरी स्टेज पमफॉर्मेंस अपनी बेटी अनुष्का के साथ ही दिया था।

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