मुंबई में I.N.D.I.A. गठबंधन के 28 विपक्षी दलों के नेताओं का महामंथन, ममता बोलीं- सबक सिखाएंगे

मुंबई में I.N.D.I.A. गठबंधन के 28 विपक्षी दलों के नेताओं का दो दिन के लिए जमावड़ा लगा है| मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में ये नेता 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए रणनीति बनाने में जुटे हैं|

इमेज क्रेडिट- सोशल प्लेटफार्म

2024 लोकसभा चुनाव में NDA का मुकाबला करने की रणनीति पर चर्चा के लिए मुंबई में दो दिन से ‘INDIA’ गठबंधन की बैठक जारी है| मुंबई में चल रही बैठक में 28 पार्टियों के 63 नेता शामिल हुए हैं| बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, शिवसेना (उद्धव गुट), एनसीपी (शरद पवार गुट), सीपीआई, सीपीआईएम, जदयू, डीएमके, आम आदमी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, आरजेडी, समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, आरएलडी, सीपीआई (ML), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस (M), मनीथानेया मक्कल काची (MMK), एमडीएमके, वीसीके, आरएसपी, केरला कांग्रेस, केएमडीके, एआईएफबी, अपना दल कमेरावादी और पीसेंट एंड वर्कर पार्टी ऑफ इंडिया शामिल हैं| इसके अलावा महाराष्ट्र का एक क्षेत्रीय दल और शामिल हुआ है| इससे पहले जुलाई में बेंगलुरु में विपक्षी गठबंधन की बैठक हुई थी| इस बैठक में 26 दल शामिल हुए थे| गठबंधन को ‘INDIA’ नाम दिया गया था| 

मुंबई में चल रही दो दिन की बैठक में वन नेशन वन इलेक्शन का साया मंडराने लगा| राहुल गांधी ने कहा कि वन’ नेशन वन इलेक्शन’ का मसला मुद्दों से भटकाने के लिए है|  दरअसल, मोदी सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है| माना जा रहा है कि इसमें वन नेशन वन इलेक्शन पर बिल आ सकता है| उधर, आप और सपा ने सीट शेयरिंग पर जल्द फॉर्मूला बनाने को कहा| आज बैठक में सीट शेयरिंग के फॉर्मुला पर चर्चा होगी|

बैठक में विपक्षी पार्टियों ने संकल्प लिया कि आगामी लोकसभा चुनाव जहां तक ​​संभव होगा, मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा|विभिन्न राज्यों में सीट-बंटवारे को लेकर चर्चा जल्द शुरू की जाएगी और यह सहयोगात्मक भावना के साथ जल्द से जल्द खत्म की जाएगी|बैठक में संकल्प लिया गया कि विपक्षी दल सार्वजनिक चिंता और महत्व के मुद्दों पर देश के विभिन्न हिस्सों में जल्द से जल्द सार्वजनिक रैलियां करेंगे| 
INDIA गठबंधन के नेताओं ने संकल्प लिया गया कि जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया, थीम के साथ विभिन्न भाषाओं में अपनी संबंधित संचार और मीडिया रणनीतियों और अभियानों का समन्वय किया जाएगा|

Credit : Social Platform

विपक्षी गठबंधन की बैठक में 13 सदस्यों की कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन किया गया है| इसमें कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल, एनसीपी के शरद पवार, डीएमके के एमके स्टालिन, शिवसेना से संजय राउत, आरजेडी के तेजस्वी यादव, टीएमसी के अभिषेक बनर्जी, आप के राघव चड्ढा, सपा से जावेद खान, जदयू से लल्लन सिंह, जेएमएम के हेमंत सोरेन, डी राजा, एनसी के उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती को शामिल किया गया है| हालांकि, अभी इसका कन्वेनर नहीं बनाया गया है| 

मुंबई में इंडिया मीटिंग में कपिल सिब्बल की अप्रत्याशित एंट्री से कांग्रेस नेता नाराज दिखे. सिब्बल बैठक में आधिकारिक आमंत्रित सदस्य नहीं थे| लेकिन उनकी उपस्थिति ने कई कांग्रेस नेताओं को असहज कर दिया| कुछ नेता फोटो सेशन में उनकी उपस्थिति से अनिच्छुक थे| केसी वेणुगोपाल ने कपिल सिब्बल के अचानक पहुंचने को लेकर उद्धव ठाकरे से शिकायत भी की| इसके बाद फारूक अब्दुल्ला और अखिलेश यादव ने वेणुगोपाल को मनाने की कोशिश की| यहां तक ​​कि राहुल गांधी ने भी कहा कि उन्हें किसी से कोई आपत्ति नहीं है| इसके बाद कपिल सिब्बल ने फोटो सेशन में हिस्सा लिया| कपिल सिब्बल ने पिछले साल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और सपा में शामिल हो गए थे|

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सुझाव दिया कि INDIA गठबंधन को 2 अक्टूबर तक अपना घोषणापत्र जारी करना चाहिए| वहीं, दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने सुझाव दिया कि गठबंधन को अगले महीने के अंत तक लोकसभा चुनावों के लिए पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को अंतिम रूप देना चाहिए|

समाजवादी पार्टी (सपा) के रामगोपाल यादव ने भी राज्यों में पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को जल्द अंतिम रूप देने की अपील करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन के पास अब समय नहीं बचा है| बैठक में खड़गे ने एक साझा राष्ट्रीय एजेंडा तैयार करने को भी कहा है| उन्होंने नेताओं से इसके बुलेट प्वाइंट तैयार करने को कहा है |

शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बैठक में कहा कि संसद सत्र गणेश चतुर्थी के पहले दिन बुलाया जा रहा है और आश्चर्य हुआ कि क्या पक रहा है|  उन्होंने कहा, हमें अपनी योजनाओं में और देरी नहीं करनी चाहिए और जल्द से जल्द काम शुरू करना चाहिए|

बैठक में ज्यादातर नेता चुनाव योजनाओं को जल्द अंतिम रूप देने पर सहमत दिखे| नेताओं ने संभावना जताई कि जल्द चुनाव हो सकते हैं| ऐसे में गठबंधन के पास समय नहीं बचा है और केवल बैठकों से काम नहीं चलेगा| बैठक में कुछ नेताओं ने ईवीएम का भी मुद्दा उठाया| 

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