Kedarnath: केदारनाथ में राहुल-वरुण गाँधी का मिलन, बदल सकते हैं सियासी समीकरण

राजनीति: मंगलवार 7 नवम्बर को सियासी गलियारों में तब हलचल तेज हो गई जब खबर आई कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की उनके चचेरे भाई और पीलीभीत के सांसद वरुण गाँधी की मुलाकात हुई है।

इमेज क्रेडिट-सोशल मीडिया प्लेटफार्म

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अपने चचेरे भाई और भाजपा सांसद वरुण गांधी से संक्षिप्त मुलाकात की। सूत्रों ने बताया है कि मंगलवार को केदारनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान यह बातचीत हुई है। आम तौर पर दोनों भाइयों की सार्वजनिक रूप से मुलाकात कम देखी जाती है।

देश के प्रमुख राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले दोनों चचेरे भाइयों की मुलाकात ने वरुण गांधी के राजनीतिक भविष्य को लेकर कुछ हलकों में अटकलें शुरू कर दी हैं। संजय गांधी और मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी को हाल के महीनों में भाजपा की प्रमुख बैठकों में नहीं देखा गया है और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर उनकी राय पार्टी से अलग रही है। वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से लोकसभा सदस्य हैं। सूत्रों ने बताया कि गांधी परिवार के दोनों सदस्यों ने पवित्र मंदिर के बाहर संक्षिप्त मुलाकात की और एक-दूसरे का अभिवादन किया।

पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी सांसद वरुण गांधी के परिवारों के बीच नजदीकी बढ़ी है। वरुण के परिवार के प्रति प्रियंका का लगाव सार्वजनिक रूप से दिखता रहा है। अब केदारनाथ में हुई राहुल-वरुण की मुलाकात चर्चाओं में है। राहुल गांधी ने वरुण की बेटी अनसूया को भी दुलारा। साथ ही उनकी पत्नी से भी बातचीत की। हालांकि इस दौरान क्या बातें हुईं, यह तो नहीं पता चल सका, अलबत्ता सियासी हलकों में अटकलों का बाजार जरूर गरमा गया।

सियासी जानकारों का मानना है कि वरुण गांधी के बयानों को लेकर उनकी पार्टी सहज नहीं मानी जा रही है। वरुण अपनी बेबाक बयानी के लिए अकसर चर्चाओं में रहते हैं। इसीलिए राहुल से उनकी इस भेंट को राजनीतिक चश्मे से देखने की कोशिशें भी हो रही हैं। हर कोई यह जानने को बेताब है कि आखिर दोनों के बीच क्या बातचीत हुई?
बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच बहुत काम समय के लिए मुलाकात हुई लेकिन मुलाकात के दौरान राहुल और वरुण के बीच बेहद गर्मजोशी देखी गई।
सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी इस मुलाकात के दौरान वरुण के बेटी से भी मिले और बहुत खुश हुए। वैसे तो दोनों परिवारों के बीच मुलाकातें कम होतीं हैं लेकिन माना जाता है कि आपसी सम्बन्ध काफी अच्छे हैं।

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