Deepfake को पीएम मोदी ने बताया सबसे बड़ा खतरा, AI का हो रहा दुरूपयोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा दिवाली मिलन कार्यक्रम के दौरान डीपफेक मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इससे अराजकता फ़ैल रहा है साथ ही मीडिया से अनुरोध किया कि लोगों को डीपफेक के प्रति जागरूक करें।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिये डीपफेक वीडियो के कई मामले सामने आ चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई। उन्होंने खासतौर पर एआई के जरिए ‘डीपफेक’ तैयार करने को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि मीडिया को इस संकट को लेकर लोगों को आगाह करना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, ‘AI के कारण खासतौर से डीप फेक के कारण संकट आ रहा है. इस संकट के बारे में लोगों को जागरूक किया जा सकता है. अभी मैं एक वीडियो देख रहा था की मैं एक वीडियो में गरबा खेल रहा हू. मुझे खुद लगा की क्या बना दिया. पर यह चिंता का विषय है.’ बता दें कि हाल ही में एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसे लेकर जमकर बवाल मचा था. अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर इस मामले में कार्रवाई की अपील की थी.
केंद्र सरकार ने इस तरह के मामलों के पीड़ितों को पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाने, और ‘सूचना प्रौद्योगिकी नियमों के तहत उपलब्ध उपायों का फ़ायदा उठाने’ की सलाह दी है. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने पिछले सप्ताह कहा था कि गलत सूचनाओं के फैलाव को रोकना ऑनलाइन प्लेटफार्मों की ‘कानूनी ज़िम्मेदारी’ है.
केंद्र सरकार कह चुकी है कि डीपफ़ेक को बनाने और फैलाने पर कड़ी सज़ा का प्रावधान है, और इसके तहत एक लाख रुपये का जुर्माना और तीन साल की जेल तक हो सकती है.
बॉलीवुड अभिनेत्रियों रश्मिका मंदाना, कैटरीना कैफ़ और काजोल के मॉर्फ़ किए गए चेहरों के साथ कई डीपफ़ेक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ चुके हैं, जिनसे काफ़ी आक्रोश देखा गया था.