चमोली हादसा: जीवन बचाने की कोशिश जारी, 206 लोग अभी भी लापता; 28 शव बरामद

देहरादून। उत्तराखंड के चमोली के ऋषिगंगा में ग्लेशियर फटने के बाद आई जल प्रलय से मरने वालों की संख्या 28 हो गई है जबकि अभी भी कम से कम 206 लोग लापता हैं, इनमें से टनल में फंसे हुए करीब 35 मजदूरों को निकालने की कवायद जारी है।

28 शव निकाले जा चुके हैं, इनमें से 2 की शिनाख्त हो गई है। सभी शव टनल से और आसपास के क्षेत्रों में नदियों के किनारे से मिले हैं।

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने आज सुबह बताया कि टनल में थोड़ा और आगे बढ़े हैं, अभी टनल खुली नहीं है। हमें उम्मीद है कि दोपहर तक टनल खुल जाएगी। आज सारा मलबा साफ होने की उम्मीद है।

ऋषिगंगा में आए सैलाब के बाद शवों की खोज जारी है। रेस्क्यू टीमों के साथ ही परिजन भी मलबे में अपनों की खोज कर रहे हैं। 

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बचाव दल रस्सी और आवश्यक पैकेज के माध्यम से मलारी घाटी क्षेत्र तक पहुंचने में कामयाब हो गया है, अब आसानी से वहां राशन भेजा जा सकता है। इससे पहले हेलीकॉप्टर के माध्यम से केवल सीमित स्टॉक की आपूर्ति की जा रही थी, लेकिन अब कोई समस्या नहीं होगी।

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने दिए 11 करोड़ रुपये

उत्तराखंड त्रासदी कोष में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने स्वैच्छिक कोष से 11 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार देवभूमि उत्तराखंड को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।

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