संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त, दोनों सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

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नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का अवसान हो गया है। संसद के दोनों सदन लोकसभा व राज्यसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया।

राज्यसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करते हुए सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि शीतकालीन सत्र में सदन का प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा।

उन्होंने कहा, यह बेहतर हो सकता था। सभी को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है कि क्या गलत हुआ। नियमों, विनियमों, प्रक्रियाओं और मिसालों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में व्यवधान के कारण 18 घंटे 48 मिनट से अधिक का समय बर्बाद हुआ।

उन्होंने कहा कि हालांकि, महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा की गई और उन्हें मंजूरी दी गई। सदन ने ओमिक्रोन, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई ।

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कई मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के बीच मंगलवार को राज्यसभा में चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक पारित हो गया।

विधेयक पर मतदान की जरूरत ही नहीं पड़ी क्योंकि विपक्ष वाकआउट कर चुका था और विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया।

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया।

बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और इसके 23 दिसंबर तक चलने का कार्यक्रम था लेकिन राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्ष के हर दिन के हंगामे के मद्देनजर सदन के पूरे समय तक चलने के आसार कम ही थे।  

ऐसे में आज बुधवार को संसद के शीतकालीन सत्र के निर्धारित समय से एक दिन पहले ही खत्म होने की संभावना जताई जा रही थी और हुआ भी वही।

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