
Mahakumbh करोड़ों संतों की आस्था, अध्यात्म और विरासत का संगम : हिमंत बिस्वा
Mahakumbh Mela 2025: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित भव्य और दिव्य महाकुंभ में पूरे परिवार संग पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। इसके बाद उन्होंने त्रिवेणी संगम के तट पर मां गंगा की पूजा-अर्चना की।
स्नान के बाद मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “त्रिवेणी संगम पर आज मैंने जो डुबकी लगाई, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। यह सिर्फ नदियों का संगम नहीं है, यह करोड़ों संतों की आस्था, अध्यात्म और विरासत का संगम है। महाकुंभ मनुष्य को महादेव से जोड़ने वाला दिव्य सेतु है।”
उन्होंने कहा कि सनातन ही अतीत, सनातन ही वर्तमान, और सनातन ही विश्व का भविष्य है। असम के सीएम ने लिखा, “मैं अपने-आप को बहुत सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैं महाकुंभ में भाग ले सका। उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इतनी बढ़िया व्यवस्था करने के लिए मैं बधाई देता हूं।”
यह भी पढ़ें…
संगम के अमृत जल से स्नान कर पुण्य के भागीदार बने उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद कैदी
“तीर्थराज प्रयागराज में परिवार सहित त्रिवेणी संगम स्नान करने का अपार सौभाग्य प्राप्त हुआ। जब तक सूरज-चांद रहेगा, तब तक सनातन धर्म रहेगा। हर-हर महादेव।”
महाकुंभ पर विपक्ष के बयानों पर कटाक्ष करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और ‘इंडी अलायंस’ सनातन विरोधी है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आग्रह किया कि वे भी कुंभ में आकर यहां की व्यवस्थाओं को खुद देखें, और संगम में डुबकी लगाएं।
यह भी पढ़ें…
Highway पर खड़ी ट्रक में घुसी तेज रफ्तार क्रूजर जीप, चार लोगों की मौत
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को लेकर हाल ही में विवादित बयान दिया था। उन्होंने महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ बताया था। उनके इस बयान के बाद से देशभर के साधु-संतों ने कड़ा विरोध जताया है। साधु-संतों ने ऐलान कर दिया है कि अगर ममता बनर्जी माफी नहीं मांगती हैं तो आंदोलन किया जाएगा, देशभर के साधु-संत सड़कों पर उतरेंगे। वहीं, तृणमूल सुप्रीमो के बयान को लेकर पश्चिम बंगाल में भी विरोध देखने को मिला है।
यह भी पढ़ें…