सलेमपुर: बेहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने वाले फ्री कैंप के लिए स्थान देने वाले विद्यालय को बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा नोटिस
उत्तर प्रदेश: राजेश सिंह दयाल फाउंडेशन द्वारा बलिया एवं देवरिया के अलग अलग छेत्रों में महीनों से चल रहे मुफ़्त स्वास्थ्य सुविधा कैम्प ने 60,000 से अधिक क्षेत्रवासियों को लाभान्वित किया है, जिसका नाम अब “ इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के पन्नों में भी दर्ज है”.

राजेश सिंह दयाल द्वारा की हुई इस नामुमकिन पहल को किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं, पूरे क्षेत्र की जनता द्वारा इसकी चर्चा हर गली नुक्कड़ चौराहे पर सुनी जा सकती है। इसी कड़ी में विगत 02 एवं 03सितंबर को बलिया ज़िले के सिकंदरपुर क्षेत्र के जूनियर हाई स्कूल में हुए मेगा स्वास्थ्य कैम्प में हज़ारों हज़ार लोगों का जन सैलाब उमड़ पड़ा था.
जहां हमेशा की तरह सभी को मुफ़्त जाँच, मुफ़्त इलाज एवं मुफ़्त आधुनिक दवाओं की सुविधा प्राप्त हुई । जहाँ एक तरफ़ आम जन मानस ने राजेश सिंह दयाल को मसीहा मान लिया, वहीं मौजूदा कुछ क्षेत्रीय राजनीतिक नेताओं को ये रास नहीं आया. आम जन मानस में राजेश सिंह दयाल की बढ़ती लोकप्रियता एवं जनता का उनके लिए प्रेम भाव मौजूदा क्षेत्रीय नेताओं को रास नहीं आ रहा, अपने कार्यकाल में सलेमपुर के विकास को बद्द से बद्दतर स्थिति में लाने वाले क्षेत्रीय नेताओं को सत्ता जाने का डर सताने लगा है।
इसी डर के चलते बेसिक शिक्षा अधिकारी पर दबाव डाल उनके द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी एवं विद्यालय प्रशासन को कारण बताओ नोटिस जारी करवा दिया। दबाव में प्रशासन अधिकारी यह भी भूल गये की कैम्प की सूचना लिखित में उनको काफ़ी पहले ही रिसीव करा दी गई थी जिसकी आपत्ति उन्हें तब जतानी थी, हज़ारों जनमानस के मुफ़्त इलाज एवं संतुष्टि के पश्चात् नहीं।

अपनी बौखलाहट में मौजूदा सलेमपुर क्षेत्रीय नेता यह भी भूल गये कि राजेश सिंह दयाल स्वयं भारतीय जनता पार्टी के बहुत पुराने कार्यकर्ता एवं प्रदेश संयोजक ( प्रवासी प्रकोष्ठ) हैं। साथ ही जिस आम जनमानस को उनके द्वारा लगाए जा रहे मुफ़्त स्वास्थ्य कैम्प से लाभ मिल रहा है .

बजाए इस मुहिम की सराहना करने एवं उसमे अपना योगदान देने के मौजूदा क्षेत्रीय नेता अपनी सत्ता हिलने की बौखलाहट में कैम्प में अड़चनें पैदा करने की हर मुमकिन कोशिश करने में जुटे हैं, अपने स्वार्थ में वे अपने ही क्षेत्र की आम जनता का नुक़सान करने से भी पीछे नहीं हट रहे।
राजेश सिंह दयाल ने भी स्पष्ट शब्दों में मीडिया वार्ता के दौरान यह कह दिया है की समाज सेवा करने से उनको कोई नकारात्मकता या किसी का सत्ता प्रेम नहीं रोक सकता। वे स्वयं इसी क्षेत्र की मिट्टी से जन्में हैं और यहाँ की जनता उनकी भी ज़िम्मेदारी है।
समाज सेवी एवं अच्छे सेवा भाव के कार्य के लिए अपनी सत्ता का गलत उपयोग कर कारण बताओ कि नई प्रथा स्थापित कर रहे है हमारे विचलित हुए मौजूदा क्षेत्रीय नेता ,कहीं न कहीं उनके मन में ये बात तो जरुर बैठ गयी है ,कहीं उनकी जनता अगले चुनाव में उनका क्षेत्र का विकास ना कर पाने के लिए त्याग ना कर दे। जिससे उनका राजनीतिक सफ़र भी समाप्त हो सकता है.
