खुशखबरी: घट सकती हैं खाद्य तेलों की खुदरा कीमतें, SEA ने की यह अपील

Edible oil

नई दिल्ली। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) ने अपने सदस्यों से तत्काल प्रभाव से खाना पकाने के तेल की कीमतों (MRP) में तीन से पांच रुपये प्रति किलोग्राम कम करने की अपील की है।

यह दूसरी बार है जब उद्योग संगठन ने ऐसी अपील की है। पिछली बार उसने इसी तरह की अपील दीपावली के आसपास की थी।

बता दें कि भारत अपनी जरूरत के खाद्य तेल का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है। खाद्य तेलों की घरेलू खुदरा कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए पिछले कुछ महीनों के सरकार ने पाम तेल पर आयात शुल्क घटाने के साथ ही स्टॉक लिमिट जैसे कदम उठाए हैं।

हालांकि, इस तरह के कदम उठाए जाने के बावजूद पूरे देश में औसत खुदरा कीमतें पिछले साल के मुकाबले ज्यादा बनी हुई हैं।

SEA ने एक बयान में कहा, ‘खाद्य तेलों में नरमी का फिलहाल कोई संकेत नहीं दिखाई नहीं दे रहा है। इंडोनेशिया जैसे कुछ निर्यातक देशों ने भी लाइसेंस के जरिये पाम तेल के निर्यात को रेगुलेट करना शुरू कर दिया है।

इसके अलावा रूस और यूक्रेन के बीच तनाव से सूरजमुखी के तेल की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। वहीं, ब्राजील में खराब मौसम के चलते सोया की फसल खराब हो गई है।’

इन वैश्विक स्थितियों को देखते हुए SEA ने सदस्यों से तीन से पांच हजार रुपये प्रति टन (3 से 5 रुपये प्रति किलो) खाद्य तेलों के दाम कम करने को कहा है।

SEA ने यह भी कहा कि घरेलू सरसों की फसल काफी अच्छी चल रही है और चालू वर्ष के दौरान रिकॉर्ड फसल की उम्मीद है। इससे उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिल सकती है।

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, मूंगफली के तेल (पैक) का औसत खुदरा मूल्य इस साल 20 फरवरी को 177.75 रुपये प्रति किलोग्राम था, जो एक साल पहले 164.55 रुपये प्रति किलो के स्तर पर था।

इसी तरह सरसों तेल (पैक) का खुदरा मूल्य इस साल 20 फरवरी को 187.03 रुपये प्रति किलोग्राम था, जबकि पिछले वर्ष 20 फरवरी को इसकी कीमत 145.02 रुपये प्रति किलो थी।

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