T20 WC: एमएस धोनी की मेंटारशिप के बावजूद निराश किया टीम इंडिया ने

Ravi Shastri, MS Dhoni, Virat Kohli

नई दिल्ली। टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद एकदिवसीय और टी20 प्रारूप से टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ने का एलान कर चुके विराट कोहली अपनी कप्तानी में एक भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाए।

विराट के लिए इस बार ट्रॉफी जीतने का आखिरी मौका था, लेकिन वह भी उनके हाथ से निकल गया। विराट कोहली ने वैसे तो अपनी कप्तानी में कई उपलब्धियां हासिल की लेकिन वर्ल्ड कप जीतने का उनका सपना सिर्फ सपना बनकर ही रह गया।   

कोच रवि शास्त्री और तीन आईसीसी टूर्नामेंट जीतने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की मेंटारशिप के बावजूद टीम ने निराश किया।

भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप में सुपर 12 स्टेज में ही सिमटकर रह गई। टूर्नामेंट के सबसे आसान माने जा रहे ग्रुप बी में भी वह अपनी छवि के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी।

भारतीय टीम को अब सोमवार को नामीबिया के खिलाफ सिर्फ एक औपचारिक मैच ही खेलना है क्योंकि टीम पहले ही सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो चुकी है। 

9 साल में पहली बार आईसीसी टूर्नामेंट के अंतिम चार में नहीं पहुंचे

साल 2012 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब भारतीय क्रिकेट टीम किसी आईसीसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई है। भारतीय टीम 2012 में श्रीलंका में हुए टी-20 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई थी और इस बार भी उसे ग्रुप मुकाबले में ही बाहर होना पड़ा। 

2012 से अब तक का आईसीसी टूर्नामेंट का सफर

भारतीय टीम ने 2013 में एमएस धोनी की अगुवाई में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। 2017 में विराट कोहली की कप्तानी में उप-विजेता बनी। 

टीम इंडिया ने एकदिवसीय वर्ल्ड कप 2015 और 2019 में दोनों बार सेमीफाइनल तक का सफर तय किया।  

भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप 2014 में उपविजेता रही और 2016 में सेमीफाइनल तक पहुंची। 

Back to top button