‘न्याय पत्र’ पर टिप्पणी से खरगे हुए खफा, बयान को लेकर PM मोदी से करेंगे बात

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकर्जुन खरगे ने अपनी पार्टी के घोषणा पत्र को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. आपको बता दें कि कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान की चुनाव आयोग में शिकायत करने का फैसला भी किया है. 

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

Lok Sabha Election: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकर्जुन खरगे ने अपनी पार्टी के घोषणा पत्र को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि खरगे जी पार्टी के घोषणा पत्र पर दिए गए बयानों को लेकर पीएम मोदी से बात करेंगे. इस दौरान वो ‘न्याय पत्र’ को लेकर अपना पक्ष रखेंगे.

इसके साथ ही वह पीएम मोदी से गुजारिश करेंगे कि वह कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर वोटर्स को गुमराह नहीं करें. बता दें कि कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर हाल ही में एक चुनावी रैली में पीएम मोदी के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान की चुनाव आयोग में शिकायत करने का फैसला भी किया है.

PM मोदी के बयान पर मचा बवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह लोगों की संपत्ति को मुसलमानों में बांट देगी. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है.

प्रधानमंत्री ने रैली में कहा कि ये शहरी-नक्सली मानसिकता मेरी माताओं और बहनों का मंगलसूत्र भी नहीं छोड़ेगी. कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि वे माताओं और बहनों के साथ गोल्ड का हिसाब करेंगे, उसके बारे में जानकारी लेंगे और फिर उस संपत्ति को अल्पसंख्यकों को बांट देंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी तो उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. इसका मतलब है कि ये संपत्ति एकत्र कर किसे बांटेंगे? जिनके ज्यादा बच्चे हैं, ये संपत्ति उनको बांटेंगे. ये संपत्ति घुसपैठियों को बांटेंगे, क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों को दिया जाएगा? क्या आपको यह मंजूर है?

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