UAE: दुनिया के मॉडर्न शहरों में शुमार दुबई, क्यों है बारिश से बेहाल?
Dubai Rain: भारी बारिश के बाद भरे पानी ने दुबई का जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक दुबई एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस वक्त दुनिया के सबसे मॉडर्न शहरों में शुमार दुबई की सड़कों से लेकर एयरपोर्ट तक हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है।
संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में भयानक बरसात और तूफ़ान से हालात गंभीर हैं। एक दिन में इतनी बारिश हुई, सड़कों पर पानी भर गया है, घरों में पानी घुस गया है। सोशल मीडिया पर 16 अप्रैल से ही डूबती दुबई के कई वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं। यातायात जाम है और लोग अपने ही घरों में फंस गए हैं। फ़्लाइट्स डायवर्ट कर दी गई हैं, स्कूल बंद हैं, ऑफ़िस जाने वाले घर से काम कर रहे हैं। यहां तक कि दुबई ठप हो गया है। दुबई के पड़ोसी ओमान में बारिश की वजह से मरने वालों की संख्या 19 हो गई है।
क्या ये प्रकृति से छेड़छाड़ का नतीजा?
चूंकि मौसम रूखा-सूखा ही रहता है और देश भूजल स्रोतों पर बहुत अधिक निर्भर है, इसलिए जल का संकट रहता है। इसके लिए UAE की सरकार ने कई जुगाड़ निकाल रखे हैं। जैसे, देश में अक्सर ‘क्लाउड सीडिंग’ की जाती है। लेकिन सोशल मीडिया पर यूजर्स संयुक्त अरब अमीरात में अचानक आई भारी बारिश और बाढ़ को जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग का संकेत बता रहे हैं। अभी तक दुबई की तरफ से क्लाउड सीडिंग कराने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
लोगों से घरों में ही रहने का अनुरोध
लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम के कारण यूएई के प्रशासन ने बीते मंगलवार यानी 16 अप्रैल को लोगों से घरों में ही रहने का अनुरोध किया है। स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेस आयोजित कर दी है ताकि बच्चे इस बारिश में घर से बाहर न निकलें। वहीं सरकारी कर्मचारियों से भी घरों से काम करने के लिए कहा गया।
क्या होता है क्लाउड सीडिंग
क्लाउड सीडिंग को हम आर्टिफिशियल बारिश भी कह सकते हैं. यानी जब किसी क्षेत्र में लंबे समय से बारिश नहीं हो रही हो तो ऐसे में बादल को आर्टिफिशियल तरीके से बारिश में बदलने की तकनीक को क्लाउड सीडिंग कहा जाता है।
Chaos in Dubai as a reported 18 months worth of rain fell in a few hours. pic.twitter.com/cY3U4tQ952
— Tony – Pod Guy – Groves (@Trickstersworld) April 16, 2024
संयुक्त अरब अमीरात में आमतौर पर बारिश बहुत कम होती है। पूरा साल लगभग सूखा ही गुजरता है, बस सर्दी वाले कुछ महीनों में हल्की बारिश होती है। बारिश कम होती है, इसी के चलते पानी की निकासी की व्यवस्था भी बहुत ज्यादा नहीं की गई है। यही नहीं यूएई के अलावा सऊदी अरब, बहरीन, कतर जैसे देशों में भी कम बारिश होती है। अरब की खाड़ी वाले ज्यादातर देशों की यही स्थिति है।