HDFC बैंक ने लॉन्च किया परिवर्तन स्मार्ट-अप ग्रांट, 15 करोड़ का आवंटन

HDFC Bank announces plans to become carbon neutral by 2031-32
ashima bhat hdfc bank

लखनऊ। एचडीएफसी बैंक ने आज अपने स्मार्ट-अप अनुदान के पांचवें संस्करण के लिए आवेदन शुरू किएl एचडीएफसी बैंक अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के लिए यह वार्षिक कार्यक्रम परिवर्तन के अंतर्गत सामाजिक स्टार्ट-अप और इन्क्यूबेटरों को धन प्रदान करता है। इस साल बैंक ने स्मार्टअप अनुदान के लिए 15 करोड़ रुपये तक का आवंटन किया है।

पर्यावरण, स्वास्थ्य देखभाल और लिंग विविधता के क्षेत्र में काम करने वाले 12-15 इन्क्यूबेटरों एवं लगभग 50 स्टार्ट-अप्स का चयन होगाl आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि नवंबर, 2021 का तीसरा सप्ताह है और विजेताओं की घोषणा फरवरी, 2022 में की जाएगी l

कृषि व्यवसाय, एड-टेक, अपशिष्ट प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में अब तक बैंक ने 22 इनक्यूबेटर भागीदारों के माध्यम से 90 स्टार्ट-अप्स को 20 करोड़ रुपये वितरित किए हैंl

बैंक चालू वर्ष के लिए 15 करोड़ रुपये तक के वितरण के लिए 2 अलग-अलग तरीकों का प्रस्ताव रख रहा है:

(1) सीएसआर कार्यक्रम की आवश्यकताओं एवं फोकस क्षेत्र के आधार पर तथा कंपनी अधिनियम, 2013 की अनुसूची VII के अनुसार इन्क्यूबेटर पात्र को अनुदान प्रक्रिया का निष्पादन होगा l एप्लिकेशन में इन्क्यूबेटर्स, स्टार्टअप्स की एक लंबी सूची भी प्रदान करेंगे जो कि बैंक के कार्यक्रम फोकस क्षेत्र के अनुरूप होंगे l  

(2) ऐसे स्टार्टअप, जो इनोवेशन, उत्पादों का विकास, उत्पादों में सुधार या रोजगार सृजन की उच्च क्षमता वाले एक स्केलेबल बिजनेस मॉडल की दिशा में काम कर रहे हैं तथा कंपनी (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी पॉलिसी) नियम 2014 के अनुरूप हैं, आवेदन करने के योग्य हैं l  

आशिमा भट, ग्रुप हेड सीएसआर, बिजनेस फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक ने कहा, “स्मार्टअप अनुदान सामाजिक उद्यमियों के समर्थन और पोषण के लिए हैं” l “समाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत को इनोवेटिव व्यवसाय की जरूरत है” l

हम तीन फोकस क्षेत्र: में काम कर रहे स्टार्ट-अप और इन्क्यूबेटर्स की खोज में हैं: पर्यावरण – प्रकृति का संरक्षण,स्वास्थ्य – स्वास्थ्य सेवा में सुधार; और लिंग विविधता-लैंगिक समानता में सुधारl उन्होंने बताया कि यह सोच हमारे परिवर्तन कार्यक्रम के कुछ बड़े रणनीतिक लक्ष्य के अनुरूप हैl  “स्टार्टअप उस दुनिया की फिर से कल्पना कर रहे हैं और उसे नया आकार दे रहे हैं जिसमें हम रहते हैं।

स्मिता भगत, कंट्री हेड, गवर्नमेंट एंड इंस्टीटूशनल बिज़नेस,ई-कॉमर्स एंड स्टार्ट-अप्स, एचडीएफसी बैंक ने कहा की भारत में स्टार्ट-अप कम्युनिटी और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के विकास, सुदृढ़ीकरण और सहयोग के लिए एचडीएफसी बैंक प्रतिबद्ध है l “

इस साल इनक्यूबेटरों को आमंत्रित करके हम देश भर में अपनी पहुंच का और विस्तार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि हमारा यह दृष्टिकोण और अधिक स्टार्ट-अप्स एवं सामाजिक उद्यमियों के लिए वित्त-पोषण के अवसरों को बढ़ाएगा”l

शॉर्टलिस्ट किए गए इन्क्यूबेटरों और स्टार्ट-अप्स की घोषणा नवंबर के अंत तक की जाएगी और उन्हें एचडीएफसी बैंक के शीर्ष प्रबंधन वाले स्क्रीनिंग पैनल में प्रस्तुतीकरण के लिए आमंत्रित किया जायेगाl शॉर्टलिस्ट की गई संस्थाओं के लिए तत्परता दिसंबर से शुरू हो जाएगी और अंतिम विजेताओं की उद्घोषणा फरवरी, 2022 में की जाएगीl  

एचडीएफसी बैंक द्वारा स्टार्ट-अप स्पेस में इनोवेशन और एंटरप्राइज की भावना को विकसित करने के लिए स्मार्ट-अप अनुदान देना एक बड़े प्रयास का हिस्सा हैl एचडीएफसी बैंक का स्मार्ट-अप समाधान विशेष रूप से उद्यमियों के लिए बैंकिंग और परामर्श सेवा प्रदान करता है l

इस यात्रा की शुरुआत स्मार्टअप सॉल्यूशन के लॉन्च के साथ हुई, जो कि स्टार्ट-अप के लिए अपनी तरह का पहला बैंकिंग समाधान है जिसे स्टार्ट-अप के लिए भुगतान समाधान, परामर्श एवं विदेशी मुद्रा सेवाओं जैसी सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया हैl  

इसके अलावा, बैंक के स्मार्टअप पोर्टल को एक्सेस करके, स्टार्ट-अप्स अपनी समस्त सेवाएं देते हुए अन्य स्टार्ट-अप्स के संपूर्ण नेटवर्क का ज्ञान और अनुभव प्राप्त कर सकते हैंl

भारत भर के 30 शहरों में अब 67 से अधिक डेडिकेटेड स्मार्टअप जोन कार्यरत हैं जिनमें स्टार्ट-अप हब के रूप में उभर रहे टियर-2 और टियर-3 के शहर भी शामिल हैंl

Back to top button