उप्र: पहले पिता फिर 28 लोगों ने नाबालिग से छह वर्षों तक किया दुष्कर्म

rape with minor

लखनऊ। उप्र के ललितपुर जिले से हैरान करने वाली बहुत ही शर्मनाक घटना की खबर है। पिता-पुत्री के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर यहां एक किशोरी से छह वर्षों तक दुष्कर्म किया जाता रहा।

छठी कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग लड़की को पहले उसके पिता ने ही अपनी हवस का शिकार बनाया, फिर उसे सफेदपोश लोगों के सामने परोस दिया। घटना सामने आने के बाद पीड़िता ने जो आपबीती सुनाई वह झकझोरने वाली है।

सफेदपोश लोगों में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी के नेताओं के नाम उजागर होने से जिले की राजनीति में भी खलबली मच गई है। पीड़ित किशोरी ने अपने पिता, चाचा, ताऊ और सपा व बसपा के जिलाध्यक्ष के अलावा शहर के तमाम संभ्रांत लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है।

पुलिस ने इस मामले में पिता, चाचा, ताऊ के अलावा जिले के सपा व बसपा के नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। कुल 28 लोगों पर मुकदमा लिखा गया है, जिनमें 25 नामजद हैं।

इनमें नौ परिवार के लोग हैं। 17 वर्षीय किशोरी ने पुलिस से शिकायत की है कि उसके साथ सबसे पहले दुष्कर्म तब हुआ जब वह कक्षा छह में पढ़ती थी। इसके बाद यह सिलसिला शुरू हो गया।

ऐसे उजागर हुआ मामला

पीड़िता के मुताबिक पहले उसने इस मामले को महिला थाने में रखा था, जहां सुनवाई न होने उसने चाइल्ड केयर में लिखित शिकायत भेजी। इसके बाद पुलिस हरकत में आई, लेकिन मामला हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़े होने के कारण वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रही थी।

जब पुलिस अधीक्षक ने पीड़िता से मिलकर सुरक्षा का भरोसा दिलाया, फिर पीड़िता ने पुलिस को तहरीर सौंपी। उसकी आपबीती सुनकर सभी हक्के-बक्के रह गए।

पिता ने ही किया बुरा काम

पीड़िता का कहना है कि उसकी उम्र 17 वर्ष है। उसने बताया कि जब वह कक्षा छह में पढ़ती थी तह उसके पिता ने गंदा काम किया। पिता ने उसे अपना मोबाइल फोन दिया, जिस पर गंदी वीडियो थी, तो उसने फोन वापस कर दिया।

अगले दिन पिता नए कपड़े लाए और मोटरसाइकिल सिखाने के बहाने उसे खेतों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इस बारे में मां को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी दी गई, जिससे वह डर गई।

फिर रोज शुरू हो गया घिनौना काम

पीड़िता के अनुसार पिता उसे लेने अचानक एक दिन स्कूल आ गए और कहा कि जहां बोलूंगा, वहां जाना। उसे स्टेशन के पास एक होटल में ले गए। वहां एक औरत बाहर खड़ी मिली, जो उसे अंदर ले गई। वहां एक अनजान आदमी आया और वह बेहोश हो गई।

होश में आई तो उसके कपड़े, जूते बिखरे पड़े थे, उसे पेट में बहुत दर्द हो रहा था। इसके बाद यह रोज होने लगा। उसे पिता स्कूल से ले जाते, उसे जाना पड़ता। उसके साथ अमानवीय तरीके से दुष्कर्म होने लगा। यह सब बहुत दिनों तक चला।

सपा बसपा जिलाध्यक्ष पर लगाया आरोप

पीड़िता के अनुसार एक दिन तिलक यादव आया, जिसने उसके साथ बेरहमी से दुष्कर्म किया। इसी तरह राजेन्द्र अग्रवाल, तिलक यादव के अलावा राजू यादव, महेन्द्र यादव, अरविन्द यादव,

प्रबोध तिवारी, सोनू समैया, राजेश जैन झोझिया, महेंन्द्र दुबे, नीरज तिवारी, महेन्द्र सिंघई, दीपक अहिरवार और कोमलकान्त सिंघई आदि उसकी अस्मत से खेलते रहे।

पीड़िता के अनुसार पप्पू अग्रवाल, मुन्ना अग्रवाल, आकाश अग्रवाल, महक अग्रवाल, श्यामा अग्रवाल, बंटी अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, शरद अग्रवाल ये सब इसमें मिले हुए हैं।

इन सबकी मेन दलाल श्यामा अग्रवाल बड़ी ताई हैं। पीड़िता ने अपनी तहरीर में लिखा है कि यदि उसकी सुनवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी और इसके जिम्मेदार थाना निरीक्षक होंगे।

इन पर दर्ज हुआ केस

पीड़िता की तहरीर के आधार सदर कोतवाली में पिता के साथ ही तिलक यादव, महेन्द्र यादव, अरविन्द यादव, प्रबोध तिवारी, सोनू समैया, राजेश जैन झोझिया, महेन्द्र दुबे, नीरज तिवारी, महेन्द्र सिंघई, दीपक अहिरवार, कोमलकान्त सिंघई, मंझला ताऊ नाम अज्ञात, बड़े ताऊ का लड़का नाम अज्ञात,

तीन चाचा नाम अज्ञात, बड़ी ताई श्यामा अग्रवाल, पप्पू अग्रवाल, मुन्ना अग्रवाल, आकाश अग्रवाल, महक अग्रवाल, बंटी अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, शरद अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, एक औरत अज्ञात, एक आदमी अज्ञात और एक लड़का अग्रवाल के खिलाफ धारा 354, 376डी, 323, 328, 506 व पॉक्सो एक्ट की धारा 5/6 के तहत केस पंजीकृत किया गया है।

लड़की की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात

ललितपुर के अपर पुलिस अधीक्षक गिरिजेश कुमार ने कहा कि एक लड़की ने तहरीर दी, जिस पर उसने अपने पिता पर ही दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। साथ ही अन्य लोगों से अपने साथ लाकर उसका शारीरिक शोषण कराने का आरोप लगाया है।

इसकी रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, उसका मेडिकल परीक्षण भी कराया जा रहा है। लड़क नाबालिग भी है, 164 का बयान भी कराया जाएगा, जो भी तथ्य आएंगे, अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। लड़की की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात कर दी गई है।

झूठे आरोप में फंसाने का आरोप

इस मामले में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष तिलक यादव का कहना है कि उन्हें झूठा फंसाया जा रहा है। उनके खिलाफ षड़यंत्र किया गया है। यदि उनकी छवि को और उनके परिवार को बर्बाद करने का प्रयास किया जाएगा तो वह आत्महत्या करने को विवश होंगे।

उन्होंने कहा उस महिला का पति से विवाद है और उसने बहकावे में आकर यह सब किया है। वह डीएम को ज्ञापन देकर निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे।

वहीं बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष दीपक अहिरवार ने कहा कि उनके खिलाफ जो मुकदमा लिखाया गया है वह पूरी तरह झूठा है। यह विरोधियों का षडयंत्र है। उनका उस किशोरी या उसके परिवार से कोसों तक संबंध नहीं है, न ही वह उसे जानते हैं।

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