मेधा के सम्मान से समाज व देश को मिलती है नई दिशा:नानक चंद लखमानी

लखनऊ। सामाजिक सांस्कृतिक एवं कला साहित्य के उत्थान के प्रति समर्पित संस्था “अखिल भारतीय मेधा विकास परिषद उत्तर प्रदेश” की ओर से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उल्लेखनीय योगदान देने वाली विभूतियों को आज सप्रू मार्ग स्थित पुलिस आफीसर्स मेस हाल में सम्मानित किया गया।

डा. श्रीकांत एवं एलजेए अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी सहित कई विभूतियों का हुआ सम्मान

सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि सिंधी अकादमी उप्र के उपाध्यक्ष नानक चंद लखमानी के हाथों प्रख्यात चिकित्सक डॉ. श्रीकांत अग्निहोत्री (पूर्व संयुक्त निदेशक स्वास्थ विभाग उत्तर प्रदेश), वनस्पति विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. प्रियंका अग्निहोत्री (एनबीआरआई),

वरिष्ठ शिक्षक डॉ. विधि सिन्हा एवं लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष/उप्र मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के कोषाध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार आलोक कुमार त्रिपाठी को उनकी सेवाओं के लिए श्रीफल एवं अभिनंदन पत्र भेंट कर अलंकृत/सम्मानित किया गया।  

इस अवसर पर मुख्य अतिथि नानक चंद्र लखमानी ने कहा कि समाज सेवा से बढ़कर कोई चीज नहीं है, समाजसेवी कहलाना बहुत महत्व की बात है। इस क्षेत्र में आपको तभी सम्मानित किया जाता है जब वास्तव में आपने समाज के लिए कुछ किया होता है।

उन्होंने कहा घर-परिवार के लोग भी आपको तभी याद रखते हैं जब आपने उनके लिए कुछ किया होता है। समाजसेवी मदद किसी एक या चंद लोगों की करता है परन्तु सम्मान उसे पूरे समाज से मिलता है।   

उन्होने कहा कि कोरोना काल में सभी ने बहुत परेशानी का सामना किया, हमें स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों एवं डाक्टरों की सेवा को कभी भूलना नहीं चाहिए।

हम लोग बारिश में कुछ समय के लिए बरसाती पहनने में काफी परेशान हो जाते हैं परन्तु डाक्टरों ने सिर से पैर तक आठ-आठ घंटे तक पीपी किट पहनकर लोगों की सेवा की उसकी जितनी सराहना की जाए कम है।

उन्होने कहा कि आज जिन लोगों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया, उन सभी को मैं बधाई देता हूं।

समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व से आमंत्रित प्रदेश के न्याय व विधि मन्त्री ब्रजेश पाठक ने शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में वशिष्ट विभूतियों को बधाई दी व सफलता की कामना की। उन्होने संस्था द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. दिनेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि मेधा का सम्मान व मेधावी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित/पुरस्कृत करने के लिए समाज को सदैव आगे आना चाहिए, जैसा ये संस्था कर रही है। मेधा का उपयोग मानव कल्याण एवं लोकहित के लिए सकारात्मक सोच के साथ होना चाहिए। उन्होने संस्था के कार्यों सम्मानित व्यक्तियों व समारोह के आयोजन की सराहना की।

संस्था के अध्यक्ष पदमकान्त शर्मा, साहित्यकार एवं समाजसेवी ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए सम्मानित जनों की सेवाओं को अतुलनीय बताया।

उन्होने बताया की संस्था सभी क्षेत्रों कला साहित्य विज्ञान, समाज शिक्षा आदि क्षेत्रों की मेधा के विकास के लिए समाज के उन्नयन का संकल्प लेकर चलती है। उन्होने सभी के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर प्रशांत दीक्षित, अश्विन त्रिपाठी, रवींद्र भदौरिया, आशीष शर्मा डॉ.रश्मि शील, शिवा सिंह, सुनील त्रिवेदी,अमित चौहान, अधिश्री पाण्डेय,ज्ञानेन्द्र मणी त्रिपाठी, विजय आनंद वर्मा,रवि शर्मा लोग उपस्थित थे।

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