मौलाना कलीम सिद्दीकी गिरफ्तार, अवैध धर्मांतरण और हवाला फंडिंग का है आरोप

Maulana Kaleem Siddiqui

मेरठ। ग्‍लोबल पीस सेंटर और जमीयत-ए-वलीउल्‍लाह के अध्‍यक्ष मौलाना कलीम सिद्दीकी को यूपी एटीएस ने अवैध धर्मांतरण और हवाला फंडिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है।

उन्‍हें मेरठ से गिरफ्तार किया गया है। मौलाना कलीम मुजफ्फरनगर के रतनपुरी क्षेत्र के प्रसिद्ध मदरसे के प्रबंधक भी हैं।

बता दें कि यूपी एटीएस ने इसके पहले देशव्‍यापी धर्मांतरण का सिंडिकेट चलाने का खुलासा किया था। इस मामले में मुफ्ती काजी और उमर गौतम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि उन दोनों का मौलाना कलीम सिद्दीकी से कनेक्‍शन था।

मौलाना कलीम सिद्दीकी पर आरोप है कि वह मदरसों की आड़ में अवैध धर्मांतरण के लिए फंडिंग कराने में शामिल थे। धर्मांतरण कराने को लेकर हवाला कारोबार से भी रकम आई थी। दिल्‍ली में जामिया इमाम वलीउल्‍ला नाम का ट्रस्‍ट इस पूरे खेल को संचालित करता था।

मामले का खुलासा करते हुए यूपी एटीएस ने धर्मांतरण के लिए इस्‍तेमाल किया जाने वाला इलेक्‍ट्रानिक कंटेंट मटेरियल और लिखा हुआ साहित्‍य भी बतौर सबूत पेश किया।

इसके पहले गिरफ्तार उमर गौतम को जिन ट्रस्‍ट से फंडिंग की गई थी, उन्‍हीं ट्रस्‍टों से मौलाना कलीम सिद्दकी को भी रकम भेजी गई। कुल तीन करोड़ रुपए की फंडिंग के सबूत मिले हैं। इनमें से डेढ़ करोड़ रुपए बहरीन से भेजे गए थे।

अचानक गाय‍ब हो गए थे मौलाना

बुधवार को मौलाना कलीम का अचानक कई घंटे से मोबाइल फोन बंद होने और उनकी कोई लोकेशन नहीं मिलने से हड़कंप मच गया था, उनके साथ चार लोग और भी थे। किसी की भी देर रात तक लोकेशन नहीं मिली थी।

मौलाना कलीम के जानकार मौलाना इदरीश का कहना है कि दिल्ली से वह फुलत मदरसे में आने के लिए निकले थे। रास्ते में वह मेरठ में एक निजी निमंत्रण पर पहुंचे थे और वहां से रवाना होने के कुछ देर बाद से उनका मोबाइल फोन बंद था, उनके ड्राइवर का फोन भी बंद था।

लिसाड़ी गेट थाने पर जुट गई थी भीड़

मौलाना कलीम की लोकेशन नहीं मिलने पर थाना लिसाड़ी गेट में काफी लोग पहुंच गए थे। उन्‍होंने गुमशुदगी की तहरीर दी थी। उधर, फुलत मदरसे पर भी काफी संख्या में लोग जमा हो गए थे। पुलिस जांच में जुटी थी।

मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव का कहना था कि अभी मेरठ से इस तरह की कोई सूचना मुजफ्फरनगर पुलिस को नहीं दी गई है। वहीं, मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा था कि मामले में जांच की जा रही है। सर्विलांस टीम को लगा दिया गया है।

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