Earthquake: नेपाल में भूकंप ने मचाई तबाही, करीब 150 लोगों की मौत, पूरे उत्तर भारत में भी रहा असर
नेपाल में विनाशकारी भूकंप, लगभग 150 लोगों की मौत, रिक्टर स्केल पर 6.4 रही तीव्रता पश्चिम रुकुम-जाजरकोट सबसे ज्यादा प्रभावित; दिल्ली-NCR, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में भी रहा असर रहा ।

नेपाल में शुक्रवार रात में जब लोग सोने की तैयारी कर रहे थे तभी उस दौरान धरती डोल गई। करीब 11 बजकर 32 मिनट पर भारत सहित नेपाल और चीन में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेपाल में 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप की वजह से कई इमारतें ढेह गई। कई इमारतें ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। नेपाल में भूकंप की वजह से काफी ज्यादा नुकसान हुआ।
भूकंप के बाद अब तक करीब 150 लोगों की मौत हो चुकी है। मलबे में दबने के कारण कई लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
नेपाली मीडिया के मुताबिक, भूकंप का केंद्र काठमांडू से 331 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में 10 किमी जमीन के नीचे था। जिसके कारण ज्यादा लोगों की मौत रुकुम पश्चिम और जाजरकोट में हुई। साथ ही तबाही मचाने वाले भूकंप की तीव्रता कितनी खतरनाक थी। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसका असर दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में देखा गया।

लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। झटके इतने तेज थे कि लोग घरों से बाहर निकल आए। दो तीन मिनट के भीतर यह झटके कई बार आए। बदहवासी में लोग घरों से बाहर निकले। लखनऊ से सटे हुए बाराबंकी, रायबरेली, सीतापुर आदि में भी भूकंप महससू किया गया। इन जिलों में भी दो से तीन बार झटके आए।
भूकंप का असर उत्तर प्रदेश के अलावा पूरे उत्तर भारत में भी देखने को मिला। दिल्ली-एनसीआर, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में झटके महसूस किए गए। हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है
नेपाल के PM पुष्प कमल दहल प्रचंड ने तीनों सिक्योरिटी एजेंसियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटने के निर्देश दिए हैं। वहीं PM मोदी ने भी नेपाल के भूकंप मरने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्ति की हैं। उन्होंने मुश्किल घड़ी में नेपाल की मदद करने का भरोसा जताया।