
भूकंप से तबाही के बीच मदद के लिए पहुंचा भारत, म्यांमार में पहुंचाई राहत सामग्री
Earthquake : म्यामांर में शुक्रवार को लगातार दो बार आए भूकंप से तबाही मच गई. भूकंप के झटकों से कई इमारतों, सड़कों और पुलों को नुकसान पहुंचा, जिसके बाद देश के कई इलाकों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई.
Earthquake : पड़ोसी मुल्क म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 600 से ज्यादा मौतों की जानकारी आई है। 1670 से अधिक लोग घायल हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया है। इसके तहत भारत सरकार ने भीषण भूकंप से प्रभावित म्यांमार के लोगों की सहायता के लिए तुरंत ही कदम उठाए हैं। टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, खाद्य पैकेट, स्वच्छता किट, जनरेटर और आवश्यक दवाओं सहित 15 टन राहत सामग्री लेकर हमारा हेलीकॉप्टर यांगून पहुंचा है।
म्यांमार में भूकंप से थाईलैंड में लगे झटके
म्यांमार में शुक्रवार (28 मार्च) को में दो बार भूकंप के तगड़े झटके लगे. USGS के मुताबिक, म्यांमार के सागाइंग में आए भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.7 मापी गई. इस भूकंप के कुछ ही देर बाद 6.4 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया. इस भूकंप के झटके थाईलैंड में भी महसूस किए गए. जहां थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में कई इमारतें भरभराकर गिर गईं, जिनमें कई लोगों के दबे होने की आशंका है, जिसके बाद बैंकॉक को इमरजेंसी जोन घोषित कर दिया गया है. चीनी समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, चीन में भी शुक्रवार को शक्तिशली भूकंप महसूस किया गया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.9 मापी गई.
15 टन राहत सामग्री भेजी गई यांगून
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ये जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि भारत से भेजी मदद की पहली खेप यांगून पहुंच गई है। इससे पहले AFS हिंडन से भारतीय वायुसेना का सी 130 जे विमान राहत सामग्री के साथ म्यांमार के लिए उड़ान भरा था। इस विमान में लगभग 15 टन राहत सामग्री म्यांमार भेजी गई। जिसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, खाने के लिए तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट, आवश्यक दवाएं (पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, कैनुला, सीरिंज, दस्ताने, कॉटन बैंडेज, मूत्र बैग आदि) शामिल हैं।