
Lok Sabha Election 2024: मेरठ में फिर बदला सपा प्रत्याशी, अतुल प्रधान की जगह अब इस नाम पर चर्चा?
Election 2024: मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर सपा ने पहले अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह का टिकट काटकर अतुल प्रधान को उम्मीदवार बनाया। अतुल ने जैसे ही नामांकन दाखिल किया तो पूर्व विधायक योगेश वर्मा समर्थक सक्रिय हो गए और अब अतुल प्रधान के टिकट कटने की चर्चा तेज है। कहा जा रहा कि अतुल की जगह सुनीता वर्मा को टिकट मिल सकता है।

समाजवादी पार्टी में मुरादाबाद, रामपुर के बाद अब मेरठ में भी घमासान मचा हुआ है। समाजवादी पार्टी (सपा) लोकसभा चुनाव के लिए मेरठ सीट से अपने पूर्व घोषित उम्मीदवार को एक बार फिर से बदल सकती है। अखिलेश ने पहले भानु प्रताप का टिकट काटकर अतुल प्रधान को मेरठ का प्रत्याशी बनाया। अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि सपा अतुल प्रधान का भी टिकट काटने की तैयारी में है। चर्चा है समाजवादी पार्टी अब योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को मेरठ लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाने की तैयारी में है। इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है। हालांकि इस बारे में पार्टी ने अभी आधिकारिक रूप से कोई घोषणा नहीं की है।
टिकट कटा तो विधायक पद से दे दूंगा इस्तीफा-अतुल प्रधान
विधायक अतुल प्रधान समाजवादी पार्टी से नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे। सपा विधायक अतुल प्रधान ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि सिंबल नहीं मिला है। अतुल प्रधान ने टिकट काटने की चर्चा पर कहा कि टिकट कटा तो विधायक पद से इस्तीफा दूंगा। लोकसभा चुनाव के नामांकन का आज आखिरी दिन है ऐसे ये देखना दिलचस्प होगा आखिर में सपा किसको प्रत्याशी बनती है।
हालांकि बाद में अतुल प्रधान ने कहा…
मेरठ से प्रत्याशी बदलने की चर्चाओं के बीच अतुल प्रधान ने एक्स पर लिखा, ”जो राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी का निर्णय है, वो स्वीकार है! जल्द ही साथियों से बैठकर बात करेंगे।”
जो राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का निर्णय है, वो स्वीकार है ! जल्द ही साथियों से बैठकर बात करेंगे ! #जय_भीम #जय_समाजवाद #इंक़लाब_ज़िंदाबाद
— Atul Pradhan (@atulpradhansp) April 4, 2024
सुनीता वर्मा दाखिल करेंगी नामांकन
मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल करने का आज आखिरी दिन है। आज सुनीता वर्मा नामांकन दाखिल करेंगी। इससे पहले बुधवार को अतुल प्रधान ने नामांकन दाखिल किया था। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुझ पर भरोसा किया। मैं एक बार फिर जनता के बीच जाऊंगा।
सुनीता वर्मा और उनके पति योगेश वर्मा को 2019 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित कर दिया गया था। दोनों 2021 में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे।