UP News: लालजी टंडन के बेटे व पूर्व केबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन का निधन

भारतीय जनता पार्टी में वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में लखनऊ पूर्व क्षेत्र से विधायक आशुतोष टंडन गोपाल जी का 63 वर्ष की आयु में गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे निधन हो गया। गोपाल जी का निधन लंबे समय से कैंसर से जूझते हुए हुआ। गोपाल जी लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व केबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ ‘गोपाल जी’ अब हमारे बीच नहीं रहे, गुरुवार को उनका निधन हो गया। बताया जा रहा है कि वो पीछले काफी समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। पूर्व मंत्री का इलाज कर रहे डॉक्टर ने उनकी बेटी को बताया कि गुरुवार दोपहर 12.7 बजे उनके पिता का निधन हो गया।

पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के पुत्र थे आशुतोष टंडन

आशुतोष टंडन बिहार और मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के पुत्र थे। उनके भाई अमित टंडन ने सोशल मीडिया पर गोपाल जी की मृत्यु की सूचना औपचारिक तौर पर दी है।

गोपाल जी का राजनीतिक सफर

आशुतोष टंडन गोपाल जी अपने पिता लालजी टंडन की राजनीतिक विरासत को संभाले हुए थे। 2012 में उन्होंने पहली बार लखनऊ उत्तर क्षेत्र से चुनाव लड़ा जहां उनको पराजय का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2014 में कलराज मिश्रा जब सांसद बन गए तब लखनऊ पूर्वी क्षेत्र में उपचुनाव हुए जहां से गोपाल जी टंडन ने जीत हासिल की और वह पहली बार विधायक बने। इसके बाद में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव और वर्ष 2022 की विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने लगातार दो बार चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वर्ष 2017 से 22 के बीच में मंत्री रहे और अलग-अलग समय पर उन्होंने चिकित्सा स्वास्थ्य और उसके बाद नगर विकास विभाग का जिम्मा संभाला। वर्ष 2019 में जब उनके पिता लालजी टंडन का निधन हुआ था। उसी समय वह बीमार होना शुरू हो गए थे वह कैंसर से पीड़ित हो गए।

बताया जाता है कि इसी वजह से वर्ष 2022 में जीत के बावजूद उनको मंत्री नहीं बनाया गया। बीते करीब तीन महीने से वह लगातार मेदांता अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने गुरुवार की दोपहर 12:05 बजे अंतिम सांस ली।

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पूर्व मंत्री एवं विधायक आशुतोष टंडन के निधन पर दु:ख व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने शोक संदेश में कहा है कि यह हमारी निजी क्षति है। उनके निधन से प्रदेश की राजनीति में शून्यता आई है। मैं जो महसूस कर रहा हूं उन भावों को शब्दों से वर्णन नहीं कर सकता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

Back to top button