हॉरर फिल्म देखते समय किसी प्रियजन का साथ डर का स्तर करता है कम
वाशिंगटन। हॉरर फिल्म देखना तो लगभग सभी चाहते हैं, लेकिन डर की वजह से कुछ लोग इसे देख नहीं पाते। अब एक हालिया अध्ययन में पता चला है कि हॉरर फिल्म देखते वक्त किसी प्रियजन का हाथ पकड़ने से डर के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है।
हॉरर फिल्म (डरावनी फिल्म) देखने के बाद जिन लोगों को हफ्तों तक बुरे सपने आते हैं, उनके लिए यह तरीका कारगर हो सकता है।
अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने ब्लड प्रेशर रीडिंग और आई ट्रैकर्स का उपयोग करते हुए फिल्म देखने वालों के तनाव के स्तर को मापा।
उन्होंने प्रतिभागियों के तनाव का स्तर अकेले फिल्म देखते वक्त भी नापा और फिर तब भी जब वे साथी का हाथ पकड़ कर फिल्म देख रहे थे।
अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि किसी प्रियजन का हाथ पकड़ने से डरावनी फिल्मों को कम डरावना बना सकता है, खासकर विवाहित जोड़ों के लिए।
इस तरह देखा गया अंतर
यह अध्ययन अमेरिकी शोधकर्ताओं ने 83 जोड़ों पर किया। हॉरर वीडियो क्लिप दिखाए जाने के दौरान प्रतिभागी पहले अकेले बैठे थे या फिर साथी ने उनका हाथ पकड़ रखा था। ब्लड प्रेशर रीडिंग और आई ट्रैकर्स द्वारा तनाव के स्तर को मापा जाता गया।
आई ट्रैकर पुतली के फैलाव को मापते हैं। ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के मनोवैज्ञानिक व प्रमुख अध्ययनकर्ता डॉ टायलर ग्रेफ ने कहा कि डरावनी वीडियो क्लिप के बाद तनाव प्रतिक्रिया हुई।
इस दौरान जिन प्रतिभागियों ने अपने साथी का हाथ पकड़कर रखा उनमें तनाव और डर का स्तर कम देखा गया।