दिवाली से पहले सफाई में निकला कबाड़, सरकार ने कमाए करोड़ो

दिवाली के त्यौहार की दस्तक आते ही लोगों के घरों में साफ सफाई शुरू हो जाती है. कबाड़ी वाले गलियों के चक्कर लगाने निकल जाते हैं ताकि घर से जो कबाड़ निकले उससे कुछ व्यापार हो सकें. लेकिन ये काम सिर्फ आम लोग नहीं करते, बल्कि सरकार भी करती है. एक सरकारी जगह से इतना कबाड़ निकला कि सरकार ने 29 करोड़ की कमाई कर लिया.

सरकार के कोयला मंत्रालय ने एक स्पेशल कैंपेन चलाकर अपने सारे दफ्तरों और ऑपरेशंस से कबाड़ जुटाया और उसे बेचकर 28.79 करोड़ रुपये की कमाई की है. इतना ही नहीं इस कबाड़ को बेचने का फायदा ये हुआ कि कोयला मंत्रालय के ऑपरेशंस और खदानों में घिरी हुई 50,59,012 वर्ग फुट जगह खाली हो गई. यह क्षेत्र इतना बड़ा है कि 100 गज के 5000 से ज्यादा मकान बन सकते है.

डिपार्टमेंट के कबाड़ में निकली फाइलों की रद्दी ही रद्दी

कोयला मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस कबाड़ में अब तक कुल 1,08,469 फिजिकल फाइल्स बाहर आईं हैं. इनमें से करीब 8,088 फाइल्स ऐसी थीं जिनकी अब कोई जरूरत ही नहीं थी. इसलिए उन्हें हटा दिया गया है. इतना ही नहीं करीब 80,305 फाइल्स का रिव्यू किया गया और उनमें से करीब 29,993 फाइल्स को अब ऑनलाइन ई-फाइल में तब्दील कर दिया गया है.

कबाड़ जुटाने का अभियान चला

कोयला मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कबाड़ जुटाने का अभियान महीनेभर से ज्यादा चला. इस कैंपेन के दूसरे और तीसरे हफ्ते में कोयला मंत्रालय ने ऐसी कई एक्टिविटी की जिससे क्या सामान काम है और क्या कबाड़ में भेजा जाए, उसकी पहचान की जा सके. फिर इकट्ठा करने का काम शुरू हुआ और आखिरकार इसे बेचकर लगभग 29 करोड़ रुपए की धनराशी जुटाई गयी.

देशभर में दिवाली का त्योहार 12 नवंबर को मनाया जाएगा. आम तौर पर भारतीय घरों में दिवाली से पहले बड़े पैमाने पर साफ-सफाई, रंगाई-पुताई का काम किया जाता है. इस समय बाज़ार में कबाड़ का कारोबार करने वालों की डिमांड बढ़ जाती है. दिवाली को हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. व्यापारी वर्ग के बीच खासतौर पर इसे नए साल के आगमन के तौर पर मनाया जाता है.

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