गायब हो जाएगी belly fat, रोजाना मारना होगा सिट-अप्स; जानें और फायदे

sit ups

पेट का निचला हिस्सा अगर बहुत ज्यादा बाहर निकला हुआ हो तो ये पूरी बॉडी का शेप बिगाड़ देता है। आज हम तोंद को अंदर करने वाले जादुई वर्कआउट के बारे में बताते हैं।

सिट-अप्स पेट की मसल्स और बॉ़डी की कोर स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए की जाने वाली एक बहुत अच्छी एक्सरसाइज है।

एब्डोमिनल मसल्स को मजबूत और टोन करने के साथ-साथ यह डाइजेशन को सुधारने में भी फायदेमंद है। सिट-अप्स के कई वेरिएशंस भी होते हैं।


आइए जानते हैं इस एक्सरसाइज के क्या-क्या हैं फायदे

रोज सिट-अप्स करने से बॉडी की कोर स्ट्रेंथ और ताकत बढ़ती है।

रोजाना सिट-अप्स करने के बाद मसल्स मजबूत होती है और पीठ, गर्दन के दर्द में भी आराम मिलता है।

एथलीट्स के लिए यह एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद मानी जाती है, इससे उनकी बॉडी की ताकत और टॉलरेंस बढ़ती है।

पेट, पीठ और छाती की मसल्स को मजबूत करने और उन्हें टोन करने के लिए सिट-अप्स करना बहुत जरूरी है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ मसल्स में प्रॉब्लम भी बढने लगती है।

रोज सिट-अप्स करने से बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है।

इसे करने से रीढ़ की हड्डी और कूल्हो को लचीला बनाने में फायदा मिलाता है।

स्ट्रेस और अकड़न जैसी प्रॉब्लम्स दूर होती है।

लचीलेपन की वजह से कॉन्सट्रेशन में भी सुधार आता है।

सिट-अप्स पेट की मसल्स और कूल्हे की मसल्स पर ज्यादा असर डालती है।

इसे करने से बॉडी के पोश्चर में सुधार होता है।

कूल्हे, रीढ़ की हड्डी और कंधे का पोश्चर भी ठीक होता है।

जानें इस एक्सरसाइज का सही तरीका

– नॉर्मल सिट-अप्स करने के लिए सबसे पहले फर्श या योगा मैट पर लेट जाएं।

– इस दौरान आपका चेहरा ऊपर की तरफ होना चाहिए और पीठ पूरी तरह जमीन पर सपाट हो।

– अब अपने घुटनों को मोड़ें और पंजों को किसी तरह का सपोर्ट दें।

– दोनों हाथों को गर्दन के पीछे ले जाकर अच्छी तरह से पकड़ लें।

– अब गहरी सांस लेते हुए पेट को अंदर की तरफ खींचे और फिर सांस को धीरे से बाहर निकालें।

– इसके बाद अपने वजन को सिर से ऊपर उठाते हुए मसल्स पर जोर दें।

– अब अपने हिप्स को ऊपर उठाएं और बॉडी को लगभग 70 डिग्री एंगल तक ऊपर ले जाएं।

– शुरुआत कम रिपीटिशंस से करें।

– आप कुछ दिनों के बाद इन रिपीटिशंस को अपने कंफर्ट के मुताबिक बढ़ा सकते हैं।

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