‘खुशहाल नहीं था मेरा बचपन’, सामंथा को अपनी इस गलती पर अब होता है पछतावा

अपनी निजी जिंदगी के कारण भी काफी सुर्खियों में रहने वाली एक्ट्रेस सामंथा ने अपने करियर में एक से एक किरदारों को बहुत खूबसूरती से दर्शकों के सामने पेश किया. पॉडकास्ट टेक 20 के एक एपिसोड में सामंथा ने वेलनेस कोच और न्यूट्रिशनिस्ट अलकेश शारोत्री के साथ कुछ परिस्थितियों में शरीर में आने वाले बदलाव या परेशानियों पर बात की हैं।

इमेज क्रेडिट: सोशल मीडिया

एक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभु अपनी फिल्मों के साथ-साथ पर्सनल लाइफ के कारण भी हमेशा ही खबरों में बनी रहती हैं. ये सामंथा की बेहतरीन अदाकारी का ही कमाल है कि आज दुनियाभर के लोग उनके दीवाने हैं. सामंथा के चाहने वाले आज उनकी एक झलक के लिए बेताब रहते हैं. एक्ट्रेस भी फैंस के साथ जुड़ने का कोई मौका नहीं छोड़तीं. हाल ही में वह अपने ‘पॉडकास्ट टेक 20’ में निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ ऐसी बातों का खुलासा करती नजर आईं, जिनके बारे में शायद ही किसी को जानकारी होगी.

सफलता पर रहा फोकस
सामंथा ने कहा कि बचपन से ही उनका फोकस सफलता पर था. ‘पॉडकास्ट टेक 20’ के एक एपिसोड में सामंथा ने वेलनेस कोच और न्यूट्रिशनिस्ट अलकेश शारोत्री के साथ कुछ परिस्थितियों में शरीर में आने वाले बदलाव या परेशानियों पर बात की. एक्ट्रेस ने कहा, ‘मेरा मानना था कि थकावट और आराम की जरूरत कमजोरी के लक्षण हैं. मुझे केवल 6 घंटे की नींद और पूरे दिन असाधारण रूप से प्रोडक्टिव होने पर गर्व है. थकावट महसूस करने के बावजूद मैंने 13 सालों तक बिना रुके जमकर मेहनत की.’

लग्जरियस नहीं था मेरा बचपन
सामंथा ने आगे कहा, ‘मेरा बचपन लग्जरियस नहीं था, इसलिए कम उम्र से ही मैंने सफलता पर फोकस करना शुरू कर दिया. मुझे जीवन में कुछ कर दिखाने की उम्मीद का दबाव महसूस हुआ, लेकिन लगातार यह धारणा बनी रही कि मैं उतनी अच्छी नहीं हूं, इसलिए यह मेरे लिए सफल होने के लिए मोटिवेशन का कारण बन गया.’

कम उम्र में ही शुरू कर लिया करियर
पुष्पा: द राइज‘ के सॉन्ग ‘ऊ अंटावा‘ में अपनी शानदार परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीतने वाली सामंथा ने कहा कि लोग अक्सर एक्टिंग को ग्लैमरस मानते हैं, जो कि पूरा सच नहीं है. उन्होंने कहा, ‘यह बहुत कड़ी मेहनत वाला काम है, खासकर तब जब आप लगातार सुर्खियों में हों और आपको आंका जा रहा हो. मैंने इस इंडस्ट्री में तब शुरुआत की जब मैं सिर्फ 22-23 साल की थी, और कुछ लड़कियां इससे भी कम उम्र में शुरुआत करती हैं.’

सामंथा को सताने लगा इस बात डर
अपनी जर्नी पर बात करते हुए सामंथा ने कहा, ‘मैं बचपन से ही दूसरों को खुद को परिभाषित करने देती रही हूं. यह एक ऐसा पैटर्न है, जहां मैंने दूसरों को खुश करने और उनकी मंजूरी लेने के लिए अथक प्रयास किया. मेरे अपने विचार, भावनाएं और इच्छाएं महत्वपूर्ण हैं.’ सफलता हासिल करने के बाद डर उभर कर सामने आया. उन्होंने कहा, ‘जब मैंने सफलता हासिल की तो मुझे इसे खोने का डर था, मैं तुरंत अगली बड़ी उपलब्धि की तलाश में लग गई. इसलिए मेरा मानना है कि मैं अपने पूरे करियर में फ्लाइट या फ्लाइट मोड में रही हूं.’

इस सीरीज में दिखेंगी सामंथा
सफलता हासिल करने के बाद डर उभर कर सामने आया. उन्होंने कहा, ‘जब मैंने सफलता हासिल की, तो मुझे इसे खोने का डर था, मैं तुरंत अगली बड़ी उपलब्धि की तलाश में लग गई. इसलिए, मेरा मानना है कि मैं अपने पूरे करियर में फ्लाइट या फ्लाइट मोड में रही हूं.’ सामंथा जल्द ही ओटीटी सीरीजसिटाडेल: हनी बन्नी’ में वरुण धवन के साथ मुख्य भूमिका में नजर आएंगी.

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