खुशहाल जिंदगी के लिए फिजिकल रिलेशनशिप जरूरी

एक खुशहाल जिंदगी में सेक्स का बहुत बड़ा योगदान होता है. अच्छा सेक्सुअल लाइफ आपको हमेशा तरोताजा और फिट रखता है. ऐसे में एक सामान्य इंसान को कितना सेक्स करना चाहिए, ये एक बड़ा सवाल है. विज्ञान और शोधों में इसको लेकर अलग-अलग निष्कर्ष निकाले गए हैं. कुछ शोधों में कहा गया है कि हर रोज सेक्स करने से तनाव दूर होता है और कपल तरोताजा रहते हैं. कुछ शोध में सप्ताह में एक से दो बार के सेक्स को पर्याप्त माना गया है. आइए आज जानने की कोशिश करते हैं कि आपके लिए आखिर पर्याप्त सेक्स का क्या मतलब है…

अच्छा सेक्सुअल लाइफ आपको हमेशा तरोताजा और फिट रखता है

रिश्ते में लगाव और खुशहाली के लिए सेक्स

सेक्स इंसान की मूलभूत जरूरत है. इसके बिना कोई इंसान रह नहीं सकता. पुरुष सामान्य तौर पर इसे तनाव दूर करने का जरिया बनाते हैं तो महिलाओं के लिए यह आनंद और प्यार की चरम स्थिति है. लेकिन एक नए शोध के मुताबिक खुशहाली और रिश्ते में लगाव के लिए रोज सेक्स की जरूरत नहीं है. इस शोध का निष्कर्ष यह है कि भले ही शादीशुदा या गंभीर रिलेशनशिप में रहने वाले कपल खुशहाल फील करने के लिए ज्यादा सेक्स करते हैं लेकिन उनके बीच खुशहाली का वही स्तर होता है जो कपल सप्ताह में एक से दो बार सेक्स करते हैं.

सप्ताह में एक बार सेक्स पर्याप्त होता है?

कनाडा के डलहौजी यूनिवर्सिटी में सेक्सुअल रिलेशनशिप पर शोध करने वाली एमी मुईस का कहना है कि कपल पर खुशहाली के लिए ज्यादा से ज्यादा सेक्स करने का दबाव नहीं होना चाहिए. इस अध्ययन की मुख्य लेखक मुईस कहती हैं कि हर रोज की तुलना में सप्ताह में एक बार सेक्स करने की योजना ज्यादा ठीक लगती है. उनका ये शोध सोशल साइकोलॉजी एंड पर्सनैलिटी साइंस में प्रकाशित हुआ है. इस शोध में कहा गया है कि सेक्स से खुशहाली बढ़ सकती है, ऐसा इसलिए सोचा जाता है क्योकिं कपल ज्यादा सेक्स करने से रिलेशनशिप में ज्यादा संतुष्ट होते हैं. इस अध्ययन में अमेरिका के 2400 कपल्स को शामिल किया गया था. मुईस कहती हैं कि सप्ताह में एक बार से अधिक सेक्स का कपल के बीच रोमांस की क्वालिटी पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ता.

खुशहाली और सेक्स एक-दूसरे के पूरक

मुईस आगे अपने इस रिसर्च में कहती हैं कि खुशहाली और सेक्स में पहले क्या आता है. इसको लेकर कुछ भी कहना काफी मुश्किल है. उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक बार या उससे अधिक सेक्स करने वाले, दोनों ही स्थितियों में लोग खुश रहते हैं. ऐसे में ये कहना मुश्किल है कि सेक्स उनकी खुशहाली में कितना हेल्प करता है. दोनों ही बात सच लगती है कि सेक्स से खुशहाली आती है और खुशहाली से सेक्स की इच्छा जागृत होती है.

आपको कितना करना चाहिए सेक्स?

सीएनएन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक बर्लिन की एक सेक्स थेरेपिस्ट वेनेसा मरीन का कहना है कि कुछ कपल के लिए कितना सेक्स करना चाहिए, ये सवाल मायने नहीं रखता. इसका मतलब ये है कि वे अपने रिश्ते में या तो संतुष्ट हैं या फिर उनके पास सेक्स के बारे में सोचने का समय नहीं है. उन्होंने कहा कि अधिकतर कपल ज्यादा सेक्स चाहते हैं. उन्होंने, कितना सेक्स करना चाहिए… इस सवाल का कोई सीधा जवाब नहीं दिया. एक अन्य शोध में कहा गया है कि महीने में 6 दिन सेक्स करने वाले एक कपल से महीने में 12 बार सेक्स करने के बाद अनुभव पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्होंने पहले की तुलना सेक्स को कम इंज्वाय किया.

रिश्ते में लगाव और खुशहाली के लिए सेक्स

पर्याप्त सेक्स के बाद भी रिश्ते में होती है समस्या

इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जो कपल पर्याप्त सेक्स करते हैं उनके रिश्ते में भी कई परेशानियां होती हैं. ऐसे में इसमें सुझाव दिया गया है कि ऐसे कपल को सप्ताह में एक बार सेक्स करना अच्छा होता है. इसमें आगे यह भी कहा गया है कि जिन लोगों के रिश्ते में दरार या कोई परेशानी होती है उन्हें अपने लिए ज्यादा से ज्यादा क्वालिटी टाइम की योजना बनानी चाहिए. ऐसे लोगों को अपने आसपास का माहौल बदलना चाहिए. जैसे कभी किसी नई जगह पर किसी होटल में सेक्स करना चाहिए. इससे रिश्ते में ताजगी आती है.

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