लखीमपुर: प्रियंका गांधी के पहुंचने से पहले लगे पोस्टर- नहीं चाहिए सहानुभूति
लखनऊ/लखीमपुर। लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चार किसानों व एक पत्रकार को श्रद्धांजलि देने के लिए तिकुनिया में आज आयोजित अंतिम अरदास में लोगों की भारी भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है।
अंतिम अरदास में शामिल होने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पहुँचने से पूर्व ही वहां ‘नहीं चाहिए सहानभूति’ के पोस्टर सड़कों पर लग गए हैं। पोस्टर में लिखा है ‘सिक्खों के नरसंहार के जिम्मेदारों से सहानभूति नहीं चाहिए’।
इससे पूर्व भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारियों ने कहा था कि किसी भी राजनीतिक दल के नेता को मंगलवार की अंतिम प्रार्थना में किसान नेताओं के साथ मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहां केवल संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मौजूद रहेंगे।
वहीं अंतिम अरदास और अस्थि कलश यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स लगाए गए हैं। पीएसी, पैरामिलिट्री, आरएपफ और एसएसबी को भी शहर से लेकर तिकुनिया तक मुस्तैद किया गया है। ड्रोन कैमरों से निगरानी रहेगी।
प्रियंका गांधी लखीमपुर पहुंच चुकी हैं। प्रियंका के साथ उप्र कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी हैं। दूसरी ओर राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी को बरेली एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया है। जयंत, अरदास कार्यक्रम में शामिल होने लखीमपुर जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे।