‘इमरान खान अंतर्राष्ट्रीय भिखारी’- आर्थिक बदहाली पर भड़का पकिस्तान का विपक्ष
इस्लामाबाद। पकिस्तान की विपक्षी पार्टी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के प्रमुख सिराजुल हक ने प्रधानमंत्री इमरान खान को अंतरराष्ट्रीय भिखारी करार दिया है। हक ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का जाना ही आर्थिक संकट से जूझ रहे देश की सभी समस्याओं का हल है।
लाहौर में स्थानीय निकाय चुनावों से पहले सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने देश में नए सिरे से चुनाव कराने की अपील की। पेट्रोलियम की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए भी सिराजुल हक ने इमरान सरकार की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि इमरान खान और पाकिस्तान एक साथ काम नहीं कर सकते। जियो न्यूज ने हक के हवाले से कहा, “इस देश में राजनीति से फायदे या नुकसान के लिए कोई जगह नहीं बची है, क्योंकि इमरान खान का जाना ही सभी समस्याओं का समाधान होगा।”
‘पाक पीएम अंतरराष्ट्रीय भिखारी बन गए’
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ पाकिस्तान के विवादास्पद सौदे पर सिराजुल हक ने कहा कि पाक पीएम अंतरराष्ट्रीय भिखारी बन गए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि पीटीआई के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार देश पर शासन करने में असमर्थ है। दरअसल, पाकिस्तान इन दिनों भारी वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहा है, जिसके बीच यह तीखी आलोचना सामने आई है।
फाइनेंसियल बिल पास करने से विपक्ष का इनकार
इस बीच, विपक्ष ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की शर्तों को पूरा करने के लिए फाइनेंस (सप्लीमेंट्री) बिल 2021 और स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (संशोधन) विधेयक 2021 को पारित करने से इनकार कर दिया है।
सप्लीमेंट्री फाइनेंस बिल की मंजूरी पाकिस्तान की 6 अरब अमेरिकी डॉलर की विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) की छठी समीक्षा के लिए जरूरी थी।
‘इमरान खान इस सदी का संकट’
जेआई प्रमुख ने कहा कि सत्तारूढ़ सरकार दावा करती थी कि वह अर्थव्यवस्था की चैंपियन थी, लेकिन कुछ भी नहीं बदला है। यह केवल नई मशीनरी में पुराने पार्ट्स का इस्तेमाल कर रही है।
पिछले हफ्ते पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने इमरान खान को इस सदी का संकट करार देते हुए कहा था कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। उन्होंने कहा था कि आईएमएफ के साथ सरकार के समझौते का देश पर विनाशकारी असर होगा।