चैटजीपीटी अकाउंट्स का डेटा लीक, सबसे ज्यादा इंडियन यूजर्स

हाल के महीनों में जिस तेजी से चैटजीपीटी ने लोकप्रियता हासिल की है वो चौंकाने वाली है. इसे फ्यूचर टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट के लिए काफी अहम माना जा रहा है. एआई चैटबॉट की काबिलियत काफी शानदार है, लेकिन इसके कुछ खतरे भी सामने आते हैं. दुनिया भर के राजनेता और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स चैट जीपीटी  के खतरों के प्रति लगातार आगाह कर रहे हैं. हाल की एक रिपोर्ट ने इन खतरों को सच साबित कर दिखाया है. इसके मुताबिक, 1 लाख से भी ज्यादा चैटजीपीटी यूजर्स का डेटा लीक हो गया है.

source-social sites

सिंगापुर बेस्ड साइबर टेक्नोलॉजी कंपनी ग्रुप-आईबी ने दावा किया कि उसने 1 लाख से भी ज्यादा डिवाइस की पहचान की है. इन डिवाइस में चैटजीपीटी यूजर्स का डेटा सेव था. इतने बड़े पैमाने पर हुए साइबर अटैक से चैटजीपीटी पर सवाल खड़े हो गए हैं. अगर ये दावा सच है तो एआई चैटबॉट पर यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी बड़े खतरे के बीच है.

हैकर्स ने चैटजीपीटी यूजर्स का डेटा बेचा

ऐसा भी सामने आया है कि साइबर अटैकर्स ने चैटजीपीटी यूजर्स के डेटा की बिक्री की है. सबसे ज्यादा एशिया-पैसिफिक रीजन के यूजर्स पर साइबर अटैक हुआ है. इनके डेटा को डार्क वेब मार्केटप्लेस पर बेचा गया है. बता दें कि दूनिया के सबसे अमीर शख्सों में शुमार एलन मस्क ने चैटजीपीटी को कंट्रोल करने के लिए रेगुलेशन बनाने पर जोर दिया है.

सूत्र-सोशल मीडिया

सबसे ज्यादा निशाने पर इंडिया

ग्रुप-आईबी की थ्रेट इंटेलिजेंस यूनिट ने खुलासा किया कि सबसे ज्यादा निशाना इंडियन यूजर्स को बनाया गया है. चैटजीपीटी डेटा लीक से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में इंडिया, पाकिस्तान और ब्राजील हैं. इंडिया के 12,632 चैटजीपीटी अकाउंट होल्डर्स का डेटा लीक हुआ है.

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