नवरात्रि उत्सव की धूम, मां दुर्गा के 9 अवतार से सीखें बिज़नेस के गुण

भारत देश में इन दिनों दुर्गा पूजा की धूम मची हुई है. 10 दिन के इस उत्सव में मां दुर्गा के 9 अवतारों की पूजा की जाती है. कहीं व्रत रखा जाता है तो कहीं चाट-पकौड़ी का पूरा मजा उठाया जाता है. मगर क्या आप जानते हैं कि मां दुर्गा के 9 अवतार से आप अपने जीवन में अपने धन लाभ को बढ़ाने का मार्गदर्शन भी ले सकते है.

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नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अवतार- शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. मां दुर्गा का हर अवतार आपको कुछ ना कुछ मार्गदर्शित करता है, जो आपको अमीर बनाने में काम आते हैं.

शैलपुत्री : मां दुर्गा का ये अवतार लोगों को खुद के बारे में जानने के बारे में सिखाता है. इतना ही नहीं ये रूप लोगों को अपनी गलतियों से सीख लेने के बारे में भी बताता है, क्योंकि इस रूप की कहानी भगवान शिव की पत्नी सती और उनके आत्मदाह से जुड़ी है. इसलिए आपकी इंवेस्टमेंट जर्नी में आपको अपनी गलतियों से सीखने और बार-बार खुद का मूल्यांकन करने की जरूरत होती है.

ब्रह्मचारिणी : मां दुर्गा का ये अवतार धैर्य का प्रतीक है. इस रूप में मां दुर्गा ने कई हजार साल तक तपस्या की और अपने धैर्य को बनाए रखा. इंवेस्टमेंट जर्नी में धैर्य ही सबसे बड़ा गुण होता है. अपने निवेश पर खासकर के मार्केट में आपको धैर्य से काम लेना होता है, इंपल्सिव फैसलों में आपको नुकसान होने की पूरी संभावना रहती है.

चंद्रघंटा : मां का ये तीसरा रूप ज्ञान की मूर्ति है. साथ ही ये स्थिति को स्पष्ट देखने की सीख देता है. ऐसे में जब आप निवेश करते हैं, तब आपको अपने गोल एकदम क्लियर होने चाहिए. वहीं निवेश से जुड़े फैसले काफी सूझ-बूझ से लेने चाहिए.

कूष्मांडा : मां के इस रूप को सृष्टि का सर्जक कहा जाता है. इन्हें आदिशक्ति की उपमा भी दी गई है. ये सूर्यलोक के भीतर निवास करती हैं, जो सामर्थ्य को दर्शाता है, साथ ही इससे उनके तेज और प्रकाशमय होने का पता चलता है. अपनी इंवेस्टमेंट जर्नी में आप भी मां के इस रूप से कुछ सीख सकते हैं, जैसे कई बार आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है, लेकिन आपके द्वारा बनाया गया सही फाइनेंशियल प्लान आपको फिर से जगमग करने में सक्षम होता है.

स्कंदमाता : देवासुर संग्राम में स्कंदमाता को सेनापति बनाया गया था. वहीं इन्हें ज्ञान की देवी भी कहा जाता है. इसलिए अपनी इंवेस्टमेंट जर्नी में आप मां के इस रूप से लीडरशिप क्वालिटी सीख सकते हैं. वहीं सेनापति की तरह अपना इंवेस्टमेंट प्लान इस तरह बना सकते हैं कि आप हर तरह का युद्ध जैसे महंगाई, मार्केट में उथल- पुथल, बैलेंस्ड इंवेस्टमेंट का सामना कर पाएं. अपने फाइनेंस पर सेनापति की तरह कंट्रोल रखें.

कात्यायनी : मां दुर्गा का ये छठा रूप है. सही मायने में मां का ये रूप एक अचूक ऑब्जर्वर और बेस्ट रिसर्च करने की सीख देता है. लोगों को अपने निवेश के दौरान इन दो गुणों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. मार्केट में सही मौकों को ऑब्जर्व करें और निवेश से जुड़े रिसर्च सही से करें. इससे फ्यूचर में आपको बढ़िया रिटर्प मिलता है.

कालरात्रि : मां दुर्गा का ये रूप दुष्टों का या बुराई का नाश करता है. आपकी फाइनेंशियल जर्नी में ये बात बहुत काम आती है. कई बार आपके इंवेस्टमेंट प्लान में ऐसे शेयर या इंवेस्टमेंट होते हैं जो लगातार नुकसान में रहते हैं. ये आपके पोर्टफोलियो की हेल्थ को खराब करते हैं. ऐसे में मां के इस रूप से आप बुराई से पीछा छुड़ाना सीख सकते हैं.

महागौरी : मां दुर्गा के इस आठवें रूप को पापमुक्ति की देवी माना जाता है. अपनी इंवेस्टमेंट जर्नी में आप भी कई गलतियां करते हैं. आप हद से ज्यादा खर्च, आलसी होने और इंवेस्टमेंट में सही से रुचि नहीं लेने जैसे पाप करते हैं. साथ ही क्रेडिट कार्ड से खर्च पर कंट्रोल नहीं रखकर डेट साइकिल में भी फंस जाते हैं. मां के इस रूप से आप अपने पापों को पीछे छोड़कर एक बार फिर से नई इंवेस्टमेंट जर्नी शुरू करने का गुण सीख सकते हैं.

सिद्धिदात्री : मां दुर्गा का ये रूप हर तरह की सिद्धि देने के लिए प्रेरित करता है. यह रूप आपको अपने बुरे वक्त से सीख लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है. महंगाई, व्यापार में नुकसान, छंटनी का दौर ये वो मौके हैं जो किसी भी व्यक्ति को तोड़कर रख देते हैं. ऐसे में आप प्रॉपर प्लानिंग, इमरजेंसी फंड, समय पर सही निर्णय लेने जैसे फैसले कर सकते हैं. और विपत्ति से बाहर निकल सकते है.

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