Tunnel Rescue: सांसों पर फिर से संकट ठप हुई रेस्क्यू ऑपरेशन, अटकी है मजदूरों की जान

उत्तरकाशी टनल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन फिलहाल रोक दिया गया है। जानकारी के मुताबिक सिल्क्यारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों तक पहुंचने के लिए चल रहा ड्रिलिंग कार्य शनिवार को रोक दिया गया था क्योंकि बचाव दल मलबे में 25 मीटर तक पहुंच गए हैं। फिलहाल रेस्क्यू में कई दिक्कतें आ रही हैं।

इमेज क्रेडिट : सोशल मीडिया

सिलक्यारा टनल हादसे को हुए सात दिन हो गए हैं। टनल में फंसी 40 जिंदगियों को सकुशल टनल से बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में केंद्रीय एजेंसियों के साथ 200 लोगों की टीम 24 घंटे काम कर रही है। नेशनल हाईवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल), एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ और नेशनल हाईवे की 200 से ज्यादा लोगों की टीम 24 घंटे रेस्क्यू में जुटी है। संकट से निपटने के लिए थाईलैंड, नार्वे, फिनलैंड समेत कई देशों के एक्सपर्ट से भी ऑनलाइन सलाह ली जा रही है। अब तक सिर्फ 25 मीटर पाइप ही टनल के मलबे के भीतर जा पाई है. ऑपरेशन के दौरान सुरंग में कंपन हो रहा है, जिससे रेस्कयू ऑपरेश कल शाम 4 बजे से ठप पड़ा हुआ है. ड्रिलिंग के दौरान अमेरिकी ऑगन मशीन में भी तकनीकी खराबी आ रही है.
इस वजह से ठप हुआ रेस्क्यू
जानकारी के मुताबिक, मशीन की बेयरिंग खराब हो गई है, जिससे यह आगे नहीं बढ़ पा रही है. आज एक अतिरिक्त टीम को इस ऑपरेशन में लगाया जाएगा. आज इंदौर से ऑगन ब्लेड रेस्क्यू साइट पर पहुंचेगी. एक टीम टनल के ऊपरी हिस्से का मुआयना कर चुकी है, ताकि वर्टिकल ड्रिलिंग की जा सके. संभावना ये भी जताई जा रही है कि अगर टनल के सामने से की जा रही होरिजेंटल ड्रिलिंग से मजदूरों को बाहर निकालने में कामयाबी नहीं मिलती है, है तो पहाड़ के ऊपर से ड्रिलिंग करके टनल के अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश की जाएगी.

पीएम कार्यालय को दी जा रही है जानकारी
उत्तराखंड सरकार रेस्क्यू ऑपरेशन से पल-पल की जानकारी पीएम कार्यालय को दी जा रही है. सुरंग के अंदर की सुरक्षा का जिम्मा एनडीआरएफ और आईटीबीपी को सौंपा गया है. उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें सुरंग के बाहर मॉक ड्रिल कर रही है.

एसपी ने कही ये बात
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया, “पुलिस, ITBP, NDRF, SDRF, मेडिकल टीमों और दूसरे डिजास्टर रिस्पांस टीमों के जरिए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने व जरूरत पड़ने पर आपातालीन कवायदों को अंजाम देने के लिए मॉक ड्रिल करवाया जा रहा है.”

मजदूरों का हौसला बनाए रखने के लिए इन लोगों से कराई जा रही बात
उन्होंने बताया, टनल के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं. उनको वक्त-वक्त पर खाना-पानी व ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है. इसके साथ ही उनका मनोबल बनाए रखने के लिए परिवार वालों से उनकी लगातार बातचीत करवाई जा रही है. पुलिस हेल्प डेस्क से भी परिजनों से सम्पर्क साधकर पल-पल की जानकारी दी जा रही है.”

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