Paytm के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का नया आरोप, ED बढ़ा सकती है मुश्किलें? 

Money Laundering: फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) इस समय काफी दिक्कतों से जूझ रही है। केंद्रीय बैंक RBI ने इसके पेमेंटे्स बैंक कारोबार पर नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट के लेन-देन पर रोक लगा दिया है। अब ED की भी मार इस पर पड़ सकती है। यह कहना है रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा का। जानिए उन्होंने किस परिस्थिति को लेकर कहा कि इसकी जांच ईडी कर सकती है?

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पेटीएम पेमेंट्स बैंक की मुश्किल कम नहीं हो रही है. पहले आरबीआई ने बैन लगाने का आदेश दिया था. अब कंपनी के ऊपर ईडी ने भी नजर बनानी शुरू कर दी है. समाचार एजेंसी के अनुसार, रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा ने कहा कि अगर फंड की हेराफेरी का कोई नया आरोप पाया जाता है या अगर आरबीआई द्वारा पेटीएम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का कोई नया आरोप लगाया गया है, तो उसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की जाएगी.

बता दें कि इससे पहले शनिवार को एक दूसरी समाचार एजेंसी ने बताया था कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगले महीने की शुरुआत में पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड का लाइसेंस खत्म करने पर विचार कर रहा है.

क्या है RBI का आदेश?

सूत्रों का हवाला देते हुए, समाचार एजेंसी ने कहा कि आरबीआई पहले डिपॉजिटर्स की सुरक्षा करना चाहता है और 29 फरवरी की समय सीमा के बाद कार्रवाई कर सकता है. अब पेटीएम पेमेंट्स बैंक को अपने ग्राहकों को सेविंग अकाउंट्स या डिजिटल पेमेंट वॉलेट का इस्तेमाल करने से रोकना होगा. सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प वाली पेटीएम पिछले कुछ समय से रेगुलेटर के निशाने पर है, इसके लोकप्रिय पेमेंट ऐप और इसकी बैंकिंग ब्रांच के बीच संदिग्ध लेनदेन के बारे में पिछले दो वर्षों में कई चेतावनियां आरबीआई द्वारा दी गई हैं. अभी हाल ही में RBI ने पेमेंट बैंक के अधिकांश बिजनेस पर बैन करने का आदेश जारी किया था, जिससे करोड़ों की संख्या में यूजर्स प्रभावित होंगे.

कंपनी फाउंडर ने जारी किया था बयान

कंपनी के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम मामले को लेकर एक बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि पेटीएम आदेश का अनुपालन करने के लिए कदम उठा रहा है और यह दूसरे बैंक के साथ काम करेगा. वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पत्रकारों से बात करते हुए पेटीएम फाउंडर ने कहा कि वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (OCL) और पेटीएम पहले से ही नोडल अकाउंट्स को दूसरे बैंकों में शिफ्ट करने का काम कर रही है.

विजय ने कहा कि RBI द्वारा हमें (Paytm) अलग से कोई डिटेल्स नहीं भेजी गई हैं. पेटीएम इसे केवल एक स्पीड बंप मानता है. मगर हम बैंकों की पार्टनरशिप में विश्वास करते हैं और हम अगले कुछ दिनों में इसे देख पाएंगे.

पेटीएम के ऐप से शेयर खरीदने वालों का क्या होगा?

प्रेसिडेंट और COO भावेश गुप्ता ने कहा कि कंपनी कई अन्य पार्टनर्स के साथ काम कर रही है. इक्विटी और इंश्योरेंस एरिया की बात करें तो उन्होंने बताया कि RBI के फैसले का इस पर असर नहीं होगा क्योंकि दोनों स्वतंत्र रूप से काम करते हैं.

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