मुरादाबाद: सबूत न मिलने से कथित लव जेहाद केस में गिरफ्तार राशिद रिहा

मुरादाबाद (उप्र)। मुरादाबाद के कांठ के चर्चित लव जेहाद केस की युवती के पति राशिद और जेठ चौदह दिन बाद आज शनिवार को जेल से रिहा हो गए। दोनों की गिरफ्तारी उप्र के नए धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत हुई थी।

सबूत न मिलने की वजह से कोर्ट ने इनकी रिहाई के आदेश दिए थे लेकिन इन चौदह दिनों में इस दंपति का जीवन पहले सा नहीं रहा। इस दौरान युवती ने अपना बच्चा खो दिया।

जेल से रिहा होने के बाद राशिद ने अपनी बात सबके सामने रखते हुए कहा है कि दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की थी।

इतना सब होने के बावजूद युवती के पति राशिद किसी पर केस नहीं करना चाहते और अपनी पत्नी के साथ फिर से शांतिपूर्ण तरीके से जीवन बिताना चाहते हैं।

युवती के पति राशिद ने कहा, ‘हमें रिहा होकर बहुत खुशी हो रही है। मैंने और मेरी पत्नी ने अपनी मर्जी से शादी की थी।

हमने निकाह भी किया था और कोर्ट मैरिज भी। मुझे अपने बच्चे के इस दुनिया में आने से पहले ही जाने का बहुत अफसोस है।’

पुलिस द्वारा धर्मांतरण कानून के दुरुपयोग किए जाने के सवाल पर राशिद ने कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि जो हो गया सो हो गया, वह पुलिसवालों के खिलाफ शिकायत नहीं करेंगे।

राशिद ने बताया कि उन्हें बजरंग दल वालों ने पकड़ा था। सबसे पहले उनकी मां और बीवी को उन्होंने पकड़ा था और वह बाद में पहुंचे थे।

राशिद ने थाने में टॉर्चर किए जाने से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है और अब वह अपनी पत्नी के साथ वैसे ही प्यार मोहब्बत से जीवन गुजारेंगे जैसे अब तक गुजारते आए हैं। 

हालांकि, राशिद ने यह जरूर कहा कि अगर आगे हमें कोई नुकसान पहुंचाएगा या किसी से खतरा रहेगा तो हम उन पर केस करेंगे।

बता दें कि कोर्ट में दिए गए युवती के बयान के आधार पर पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 169 में रिपोर्ट पेश की। जिसके बाद 50-50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर दोनों की रिहाई के आदेश दिए गए।

यह है मामला

मुरादाबाद में धर्म परिवर्तन का पहला मामला कांठ थाने में दर्ज हुआ था। युवती की बिजनौर निवासी मां की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में कांठ निवासी राशिद पर जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाया गया था।

इसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया। पुलिस ने आरोपी राशिद और उसके बड़े भाई को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था जबकि युवती नारी निकेतन भेज दी गई।

मामला तब पलट गया जब युवती ने कोर्ट में बयान दिया कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से धर्म बदलकर उसने छह माह पहले ही राशिद से देहरादून में निकाह किया है।

कोर्ट के आदेश पर नारी निकेतन से निकलकर युवती अब कांठ स्थित अपने ससुराल में रह रही है। उधर, बदले हालात और विवेचना में लव जेहाद का कोई साक्ष्य न मिलने पर पुलिस ने भी यू टर्न ले लिया।

Back to top button