लड़कियों के लिए मोटापा ज्यादा खतरनाक, बढ़ जाता है हृदय रोगों का खतरा
वाशिंगटन। एक नए अध्ययन में पाया गया कि लड़कों की तुलना में लड़कियों के लिए मोटापा ज्यादा घातक है। शोधकर्ताओं ने कहा कि मोटापाग्रस्त लड़कियों में मेटाबोलिज्म संबंधी परिवर्तन विकसित होने की संभावना अधिक होती है, जैसे उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का अत्यधिक स्तर।
लिपिड प्रोफाइल में देखने को मिला परिवर्तन
शोधकर्ताओं ने बताया मोटापे से ग्रस्त लड़कियों की लिपिड प्रोफाइल में परिवर्तन देखे गए जो कि सामान्य वजन वाली लड़कियों में देखने को नहीं मिले। मोटापाग्रस्त लड़कियों में वयस्क होने पर हृदयरोगों के विकसित होने की उच्च प्रवृत्ति पाई गई है।
लड़कों के लिपिड प्रोफाइल से तुलना
शोधकर्ताओं के अनुसार, मोटोपे से पीड़ित लड़कियों में लिपिड प्रोफाइल में परिवर्तनों की तुलना जब मोटापाग्रस्त लड़कों से की गई तो पाया गया कि मोटे लड़कों की अपेक्षा मोटी लड़कियां हृदयरोगों के ज्यादा जोखिम में थीं।
न्यूरोइमेजिंग तकनीक का इस्तेमाल
यह अपनी तरह का पहला अध्ययन है जिसमें 11 से 18 वर्ष की आयु के मोटे और गैर-मोटे लड़कियों व लड़कों में वयस्क अवस्था में होने वाले हृदयरोगों की तुलना की गई।
न्यूरोइमेजिंग का उपयोग करते हुए यह पता लगाने की कोशिश की गई कि मोटापे से ग्रस्त लड़के और लड़कियों में संतुष्टि और भूख से जुड़े मस्तिष्क क्षेत्रों में क्या परिवर्तन होते हैं। इसके बाद प्रतिभागियों में रक्तचाप का स्तर मापा और रक्त के नमूनों का विश्लेषण किया।
वर्तमान में सबसे बड़ी चिंता का विषय बना
बच्चों में बढ़ता मोटापा वर्तमान में सबसे बड़ी चिंता का विषय बन चुका है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 2016 में अनुमानित पांच से 19 वर्ष के 340 मिलियन बच्चे मोटे थे।